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झारखंड पुलिस को मिलेंगे 2000 से ज्यादा अफसर, कई IITians भी हैं शामिल

आगामी 14 और 16 अक्टूबर को पुलिस अवर निरीक्षक राज्य समेत देश की सुरक्षा का शपथ लेने जा रहे हैं. इस अवसर पर आयोजीत कार्यक्रम में मुख्य रूप से रघुवर दास शामिल होंगे.

प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक
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Published : Oct 13, 2019, 11:39 PM IST

Updated : Oct 14, 2019, 8:36 AM IST

हजारीबाग: झारखंड जो अपने गठन के बाद से ही पुलिस बल की कमी से जूझ रहा है, उसे अब बहुत ही जल्द इस समस्या से निजात मिलने वाली है. दरअसल, 14 और 16 अक्टूबर को झारखंड में एक साथ 2000 से अधिक पुलिस अवर निरीक्षक राज्य समेत देश की सुरक्षा का शपथ लेने जा रहे हैं. यह राज्य के लिए ही नहीं बल्कि देश के लिए भी ऐतिहासिक कदम साबित होने जा रहा है. इस ऐतिहासिक कदम के साक्षी खुद मुख्यमंत्री रघुवर दास बनने जा रहे हैं.

देखें यह स्पेशल स्टोरी

एजुकेशनल बैकग्राउंड है खास चर्चा का विषय
खास बात यह है कि इतनी बड़ी संख्या में सब-इंस्पेक्टर की बहाली ही नहीं बल्कि इन प्रशिक्षुओं का एजुकेशनल बैकग्राउंड भी राज्यवासियों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आएगा. अक्सर हमारी पुलिस के टेक्निकल बैकग्राउंड से नहीं होने के कारण कार्रवाई में उनके पिछड़ने की खबर आती रहती है लेकिन यह बैच झारखंड को इससे भी निजात दिलाएगा, इसकी उम्मीद लगाई जा रही है. दरअसल, इस बार जिन्हें ट्रेनिंग दी गई है, उनमें से 1000 से ज्यादा प्रशिक्षु इंजीनियरिंग-साइंस के बैकग्राउंड से हैं. इस बैच में लगभग 1002 इंजीनियर हैं. अगर विज्ञान साइंस ग्रेजुएट की बात की जाए तो उनकी संख्या 1256 है. अहम बात यह है कि इनमें 14 आईआईटियन हैं.

ये भी पढ़ें- पत्नी के साथ विवाद के बाद पति ने खुद को किया आग के हवाले, इलाज के दौरान PMCH में मौत

शैक्षणिक योग्यता प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक की संख्या
बीए 1055
बीटेक 510
बीसीए 39
बीएससी 683
बीएससी आईटी 14
बीकॉम 153
एम ए 16
एमएससी 26
अन्य 8

210 महिलाओं को दी जाएगी स्पेशल ट्रेनिंग
शैक्षणिक बैकग्राउंड के अलावा दूसरी ओर सबसे अहम बात यह है कि 210 महिलाओं को स्पेशल ब्रांच की विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी. ये 210 महिलाएं इसी बैच की प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक हैं. अधिकारियों का कहना है कि इन्हें 3 माह का अतिरिक्त ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि पुलिस को जो सूचना संकलन में विलंब और परेशान हो रही है उसे दूर किया जा सके. बता दें कि झारखंड पुलिस अकादमी में 70, पद्मा पुलिस ट्रेनिंग में 70 और वार फेयर स्कूल नेतरहाट में 70 महिलाओं को ट्रेनिंग दी गई है.

विभिन्न राज्यों से आए प्रशिक्षु झारखंड में देंगे सेवा
इन सबसे इतर एक ओर महत्वपूर्ण बात है कि सभी प्रशिक्षु झारखंड के नहीं थे. बल्कि विभिन्न राज्यों से आए थे. बिहार, उत्तर प्रदेश, बंगाल के प्रशिक्षुओं ने भी एक साल तक चले इस ट्रेनिंग में हिस्सा लिया, जो अब राष्ट्र की सेवा का शपथ ग्रहण करेंगे.

राज्य प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक की संख्या
झारखंड 2021
बिहार 419
उत्तर प्रदेश 48
पश्चिम बंगाल 7
अन्य राज्यों से 9

ये भी पढ़ें- झारखंड की सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जनता पार्टी, 4 प्रत्याशियों के नाम की हुई घोषणा

पुलिस विभाग के लिए होंगे काफी मददगार
पूरे झारखंड में इतनी अधिक संख्या मे इंजीनियर और साइंस ग्रेजुएट के आने पर झारखंड पुलिस अकादमी के निदेशक कहते हैं कि यह गौरव की बात है कि आईआईटी जैसे क्षेत्र से आकर छात्रों ने झारखंड पुलिस में अपना करियर बनाया है. जब इन्हें ट्रेनिंग दी गई तो इन्होंने बहुत ही सरलता से उस चीजों को सीखा है. खासकर कंप्यूटर के क्षेत्रों में इन्होंने महारत हासिल किया है, जो आने वाले दिनों में पुलिस विभाग के लिए काफी मददगार साबित होगा.

उम्र में भी कम हैं
बता दें कि झारखंड बनने के बाद दरोगा का यह दूसरा बैच है. इससे पहले बैच 2012 में तैयार हुआ था. जिसमें लगभग 300 दरोगा तैयार हुए थे. लेकिन 2018-19 का और झारखंड का यह दूसरा बैच कई मायनों में ऐतिहासिक होगा. इस बैच की एक ओर खातियत है बैच में कम उम्र के लोगों की अत्यधिक भर्ती, जो लंबे समय तक झारखंड पुलिस को सुस्त नहीं पड़ने देगा.

उम्र प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक की संख्या
23 वर्ष से ऊपर 487
25 वर्ष तक 944
27 वर्ष तक 686
29 वर्ष तक 295
31 वर्ष तक 92

अधिकारी हैं उत्साहित
इस बैच को लेकर सभी में उस्साह का माहौल है. इस बैच को लेकर हजारीबाग के विधायक मनीष जयसवाल भी कहते हैं कि झारखंड पुलिस पहले अपडेटेड नहीं थी. लेकिन नए और ऊर्जावान युवकों के आने से पुलिसिंग सुधरेगी. वहीं इंजीनियरिंग क्षेत्र से आए लोग जब सेवा देंगे तो पुलिसिंग का स्तर तो ऊंचा होगा ही अनुसंधान में भी तेजी आएगी.समय-समय पर पुलिस की ट्रेनिंग पर भी सवाल उठते रहे हैं लेकिन इन सब-इंस्पेक्टर की भर्ती को लेकर जिस तरह अफसरों-अधिकारियों में उत्साह है, उससे आम लोगों में भी एक अम्मीद जगती है. निश्चित तौर पर झारखंड उग्रवाद-अपराध की मार झेल रहा है. ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में पुलिस बल की नियुक्ति का यह कदम सराहनीय कदम है.

हजारीबाग: झारखंड जो अपने गठन के बाद से ही पुलिस बल की कमी से जूझ रहा है, उसे अब बहुत ही जल्द इस समस्या से निजात मिलने वाली है. दरअसल, 14 और 16 अक्टूबर को झारखंड में एक साथ 2000 से अधिक पुलिस अवर निरीक्षक राज्य समेत देश की सुरक्षा का शपथ लेने जा रहे हैं. यह राज्य के लिए ही नहीं बल्कि देश के लिए भी ऐतिहासिक कदम साबित होने जा रहा है. इस ऐतिहासिक कदम के साक्षी खुद मुख्यमंत्री रघुवर दास बनने जा रहे हैं.

देखें यह स्पेशल स्टोरी

एजुकेशनल बैकग्राउंड है खास चर्चा का विषय
खास बात यह है कि इतनी बड़ी संख्या में सब-इंस्पेक्टर की बहाली ही नहीं बल्कि इन प्रशिक्षुओं का एजुकेशनल बैकग्राउंड भी राज्यवासियों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आएगा. अक्सर हमारी पुलिस के टेक्निकल बैकग्राउंड से नहीं होने के कारण कार्रवाई में उनके पिछड़ने की खबर आती रहती है लेकिन यह बैच झारखंड को इससे भी निजात दिलाएगा, इसकी उम्मीद लगाई जा रही है. दरअसल, इस बार जिन्हें ट्रेनिंग दी गई है, उनमें से 1000 से ज्यादा प्रशिक्षु इंजीनियरिंग-साइंस के बैकग्राउंड से हैं. इस बैच में लगभग 1002 इंजीनियर हैं. अगर विज्ञान साइंस ग्रेजुएट की बात की जाए तो उनकी संख्या 1256 है. अहम बात यह है कि इनमें 14 आईआईटियन हैं.

ये भी पढ़ें- पत्नी के साथ विवाद के बाद पति ने खुद को किया आग के हवाले, इलाज के दौरान PMCH में मौत

शैक्षणिक योग्यता प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक की संख्या
बीए 1055
बीटेक 510
बीसीए 39
बीएससी 683
बीएससी आईटी 14
बीकॉम 153
एम ए 16
एमएससी 26
अन्य 8

210 महिलाओं को दी जाएगी स्पेशल ट्रेनिंग
शैक्षणिक बैकग्राउंड के अलावा दूसरी ओर सबसे अहम बात यह है कि 210 महिलाओं को स्पेशल ब्रांच की विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी. ये 210 महिलाएं इसी बैच की प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक हैं. अधिकारियों का कहना है कि इन्हें 3 माह का अतिरिक्त ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि पुलिस को जो सूचना संकलन में विलंब और परेशान हो रही है उसे दूर किया जा सके. बता दें कि झारखंड पुलिस अकादमी में 70, पद्मा पुलिस ट्रेनिंग में 70 और वार फेयर स्कूल नेतरहाट में 70 महिलाओं को ट्रेनिंग दी गई है.

विभिन्न राज्यों से आए प्रशिक्षु झारखंड में देंगे सेवा
इन सबसे इतर एक ओर महत्वपूर्ण बात है कि सभी प्रशिक्षु झारखंड के नहीं थे. बल्कि विभिन्न राज्यों से आए थे. बिहार, उत्तर प्रदेश, बंगाल के प्रशिक्षुओं ने भी एक साल तक चले इस ट्रेनिंग में हिस्सा लिया, जो अब राष्ट्र की सेवा का शपथ ग्रहण करेंगे.

राज्य प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक की संख्या
झारखंड 2021
बिहार 419
उत्तर प्रदेश 48
पश्चिम बंगाल 7
अन्य राज्यों से 9

ये भी पढ़ें- झारखंड की सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जनता पार्टी, 4 प्रत्याशियों के नाम की हुई घोषणा

पुलिस विभाग के लिए होंगे काफी मददगार
पूरे झारखंड में इतनी अधिक संख्या मे इंजीनियर और साइंस ग्रेजुएट के आने पर झारखंड पुलिस अकादमी के निदेशक कहते हैं कि यह गौरव की बात है कि आईआईटी जैसे क्षेत्र से आकर छात्रों ने झारखंड पुलिस में अपना करियर बनाया है. जब इन्हें ट्रेनिंग दी गई तो इन्होंने बहुत ही सरलता से उस चीजों को सीखा है. खासकर कंप्यूटर के क्षेत्रों में इन्होंने महारत हासिल किया है, जो आने वाले दिनों में पुलिस विभाग के लिए काफी मददगार साबित होगा.

उम्र में भी कम हैं
बता दें कि झारखंड बनने के बाद दरोगा का यह दूसरा बैच है. इससे पहले बैच 2012 में तैयार हुआ था. जिसमें लगभग 300 दरोगा तैयार हुए थे. लेकिन 2018-19 का और झारखंड का यह दूसरा बैच कई मायनों में ऐतिहासिक होगा. इस बैच की एक ओर खातियत है बैच में कम उम्र के लोगों की अत्यधिक भर्ती, जो लंबे समय तक झारखंड पुलिस को सुस्त नहीं पड़ने देगा.

उम्र प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक की संख्या
23 वर्ष से ऊपर 487
25 वर्ष तक 944
27 वर्ष तक 686
29 वर्ष तक 295
31 वर्ष तक 92

अधिकारी हैं उत्साहित
इस बैच को लेकर सभी में उस्साह का माहौल है. इस बैच को लेकर हजारीबाग के विधायक मनीष जयसवाल भी कहते हैं कि झारखंड पुलिस पहले अपडेटेड नहीं थी. लेकिन नए और ऊर्जावान युवकों के आने से पुलिसिंग सुधरेगी. वहीं इंजीनियरिंग क्षेत्र से आए लोग जब सेवा देंगे तो पुलिसिंग का स्तर तो ऊंचा होगा ही अनुसंधान में भी तेजी आएगी.समय-समय पर पुलिस की ट्रेनिंग पर भी सवाल उठते रहे हैं लेकिन इन सब-इंस्पेक्टर की भर्ती को लेकर जिस तरह अफसरों-अधिकारियों में उत्साह है, उससे आम लोगों में भी एक अम्मीद जगती है. निश्चित तौर पर झारखंड उग्रवाद-अपराध की मार झेल रहा है. ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में पुलिस बल की नियुक्ति का यह कदम सराहनीय कदम है.

Intro:झारखंड में अब पुलिस बल की कमी नहीं होगी ।देश के इतिहास में पहली बार 2502 पुलिस अवर निरीक्षक राज्य समेत देश की सुरक्षा के लिए शपथ लेंगे। इस कार्यक्रम मे सुबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास हिस्सा लेंगे ।महत्वपूर्ण बात यह है कि इस बार 1000 से अधिक इंजीनियर दरोगा बने हैं। 14 अक्टूबर को हजारीबाग पुलिस अकादमी शपथ दिलाई जाएगी।


Body:झारखंड पुलिस इस बार तकनीकी ज्ञान से लैस इंजीनियर सेवा देने के लिए तैयार हो गए हैं ।एक साल के अथक परिश्रम के बाद प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक शपथ लेंगे। इस बाबत हजारीबाग के पुलिस अकैडमी परेड मैदान में पारण परेड होगा। इस बैच में लगभग 1002 इंजीनियर है। अगर विज्ञान साइंस ग्रेजुएट की बात की जाए तो उनकी संख्या 1256 है। अहम बात यह है कि इनमें 14 आईआईटियन है। कहां जाए तो पहली बार झारखंड के इतिहास में इतनी बड़ी संख्या में आईआईटियन और इंजीनियर दरोगा बनने जा रहे हैं।

दूसरी ओर सबसे अहम बात यह है कि 210 महिलाओं को स्पेशल ब्रांच की विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी ।ये 210 महिलाएं इसी बैच की प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक हैं। अधिकारियों का कहना है कि इन्हें 3 माह का अतिरिक्त ट्रेनिंग दिया जाएगा ।ताकि पुलिस जो सूचना संकलन में विलंब और परेशान हो रही है उसे दूर किया जाए। झारखंड पुलिस अकादमी में 70 पद्मा पुलिस ट्रेनिंग से 70 और जंगल बार फिर स्कूल नेतरहाट से 68 महिलाओं को ट्रेनिंग दिया गया है।

आंकड़ों के नजर से विभिन्न राज्यों से आए प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक की संख्या...
झारखंड से...... 2021
बिहार से........ 419
उत्तर प्रदेश से...... 48
वेस्ट बंगाल से..... 7
दूसरे अन्य राज्यों से .....9

उम्र अनुसार प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक की संख्या
23 वर्ष से ऊपर 487
25 वर्ष तक 944
27 वर्ष तक 686
29 वर्ष तक 295
31 वर्ष तक 92

विभिन्न शैक्षणिक योग्यता पाय पुलिस अवर निरीक्षक

बीए 1055
बीटेक 510
बीसीए 39
बीएससी 683
बीएससी आईटी 14
बीकॉम 153
एम ए 16
एमएससी 26
अन्य 8

हजारीबाग में पूरे झारखंड में इतनी अधिक संख्या मे इंजीनियर और साइंस ग्रेजुएट आने पर झारखंड अकैडमी के निदेशक कहते हैं कि यह गौरव की बात है आईआईटी जैसे क्षेत्र से आकर छात्रों ने झारखंड पुलिस में अपना करियर बनाया है। जब इन्हें ट्रेनिंग दिया गया तो इन्होंने बहुत ही सरलता से उस चीजों को सीखा है। खासकर कंप्यूटर के क्षेत्रों में इन्होंने महारत हासिल किया है। जो आने वाले दिनों में पुलिस विभाग के लिए काफी मददगार साबित होगा।

तो दूसरी ओर हजारीबाग के विधायक मनीष जयसवाल भी इस मामले में कहते हैं झारखंड पुलिस पहले अपडेटेड नहीं थी ।लेकिन नए और ऊर्जावान युवकों के आने से पुलिसिंग भी सुधरेगी। खासकर इंजीनियर जब सेवा देंगे तो पुलिसिंग का स्तर भी ऊंचा होगा और अनुसंधान में भी तेजी आएगी।



Conclusion:निश्चित तौर पर झारखंड जो उग्रवाद और अपराध की मार झेल रहा है। नए पुलिस पदाधिकारी जब सेवा देंगे तो पुलिसिंग का स्तर तो सुधरेगा ही साथ ही साथ अपराध का ग्राफ भी घटेगा।

गौरव प्रकाश ईटीवी भारत हजारीबाग
Last Updated : Oct 14, 2019, 8:36 AM IST
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