हजारीबाग: जिले से अगर कोई भी मजदूर पैदल अपने घर जाएगा तो हजारीबाग उपायुक्त उस क्षेत्र में पड़ने वाले थाना प्रभारी और इंसिडेंट कमांडर पर कार्रवाई करेंगे. हजारीबाग जिला प्रशासन चाहता है कि कोई भी व्यक्ति क्षेत्र से गुजर रहा हो तो उसे घर तक सम्मान के साथ पहुंचाया जाए.
कैंप में खाने-पीने की है व्यवस्था
कोई भी मजदूर हजारीबाग जिले से पैदल गुजरेगा तो थाना प्रभारी और इंसिडेंट कमांडर पर कार्रवाई की जाएगी. हजारीबाग जिला प्रशासन चाहता है कि उनके क्षेत्र से कोई भी व्यक्ति पैदल ना जाए. अगर उसका घर दूर है तो जिला प्रशासन उस व्यक्ति को घर तक पहुंचाएगा, साथ ही उसे रहने और खाने की भी व्यवस्था दी जाएगी. इस बाबत तैयारी पूरी कर ली गई है. हजारीबाग जिले के दो जगहों पर अस्थाई रूप से कैंप भी लगाया गया है. पहला कैंप झारखंड-बिहार सीमा के चौरदाहा में लगाया गया है और दूसरा सदर विधानसभा क्षेत्र के वेल्स ग्राउंड में. यहां मजदूरों के लिए खाने-पीने और रहने की व्यवस्था की गई है.
ये भी पढ़ें-MSME टूल रूम की कोरोना टेस्टिंग किट निर्माण में अहम भूमिका, सस्ते दर पर होगा उपलब्ध
मजदूरों को पहुंचाया जाएगा घर
मामले में हजारीबाग उपायुक्त ने कहा है कि वैसे मजदूर जो पैदल ही अपने घर के लिए निकल पड़े हैं. उन्हें प्रशासन सेंटर पर लाएंगे और बकायदा खाना-पीना खिलाकर उनके घरों तक भेजा जाएगा. जिला प्रशासन ने आम जनता से अपील भी की है कि अगर कोई व्यक्ति उन्हें पैदल जाते हुए दिखते हैं तो तुरंत इसकी सूचना कंट्रोल रूम या फिर डायल हंड्रेड पर दें, ताकि मजदूरों को उनके घर तक सही सलामत पहुंचाया जा सके. जिस तरह से मजदूर पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर चलने के लिए सड़क पर उतर आए हैं. ऐसे में हजारीबाग जिला प्रशासन उन्हें अब घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी ले रही है, ताकि किसी भी तरह की अनहोनी ना हो.