ETV Bharat / state

रेल निजीकरण के विरोध में आंदोलन, कहा- रेलवे की गुणवत्ता पर पड़ेगा असर

रेलवे का निजीकरण किए जाने के विरोध में अब कर्मचारी यूनियन के लोग मुखर होने लगे हैं. उनका कहना है कि इससे रेलवे की गुणवत्ता पर असर पड़ेगा और लोग बेरोजगार भी हो जाएंगे.

अपनी बात रखते संगठन से जुड़े लोग
author img

By

Published : Jun 30, 2019, 10:26 PM IST

हजारीबाग: रेलवे बोर्ड द्वारा सात उत्पादन इकाइयों के निजीकरण के आदेश के खिलाफ रेल कर्मी एकजुट हो रहे हैं. निजीकरण के आदेश के विरोध में रेल कर्मियों का गुस्सा केंद्र सरकार के खिलाफ दिखने लगा है. रेलकर्मी सड़क पर उतर कर अपना विरोध करने की रूपरेखा तैयार कर चुके हैं.

इसी कड़ी में एक जुलाई को काला बिल्ला लगाकर काला दिवस मनाने की घोषणा किया है. ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के सदस्यों ने कहा कि रेलवे का उत्पादन केंद्रों की निजीकरण कर रही है, जिसमें रेल सेवा की गुणवत्ता पर असर पड़ेगा.उनका कहना है कि निजीकरण के बाद रेलवे के कार्य की गुणवत्ता में कमी आएगी. योग्य कर्मी नहीं रहेंगे और ठेकेदार मनमानी ढंग से काम करेंगे. जिससे रेलवे के साख पर असर पड़ेगा, साथ ही साथ बेरोजगारी बढ़ेगी. पहले ही कोच और केटरिंग का निजीकरण किया जा चुका है जिससे गुणवत्ता में कमी आई है.

ये भी पढ़ें- 4 महीने तक 'बंधक' रहते हैं इस गांव के लोग, जानिए क्या है वजह

यूनियन का कहना है कि अगर रेलवे बोर्ड सात उत्पादक इकाइयों का निजीकरण करती है तो उसकी भी गुणवत्ता में कमी आएगी. संघ में उत्पादन इकाइयों के नवीकरण के आदेश को गलत बताते हुए स्पष्ट कर दिया है कि किसी कीमत पर निजीकरण स्वीकार नहीं किया जाएगा. बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा रेलवे की बेहतरी के लिए 100 दिवसीय कार्य योजना बनाई है. जिसमें 7 उत्पादन इकाइयों के निजीकरण की बात कही गई है.

हजारीबाग: रेलवे बोर्ड द्वारा सात उत्पादन इकाइयों के निजीकरण के आदेश के खिलाफ रेल कर्मी एकजुट हो रहे हैं. निजीकरण के आदेश के विरोध में रेल कर्मियों का गुस्सा केंद्र सरकार के खिलाफ दिखने लगा है. रेलकर्मी सड़क पर उतर कर अपना विरोध करने की रूपरेखा तैयार कर चुके हैं.

इसी कड़ी में एक जुलाई को काला बिल्ला लगाकर काला दिवस मनाने की घोषणा किया है. ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के सदस्यों ने कहा कि रेलवे का उत्पादन केंद्रों की निजीकरण कर रही है, जिसमें रेल सेवा की गुणवत्ता पर असर पड़ेगा.उनका कहना है कि निजीकरण के बाद रेलवे के कार्य की गुणवत्ता में कमी आएगी. योग्य कर्मी नहीं रहेंगे और ठेकेदार मनमानी ढंग से काम करेंगे. जिससे रेलवे के साख पर असर पड़ेगा, साथ ही साथ बेरोजगारी बढ़ेगी. पहले ही कोच और केटरिंग का निजीकरण किया जा चुका है जिससे गुणवत्ता में कमी आई है.

ये भी पढ़ें- 4 महीने तक 'बंधक' रहते हैं इस गांव के लोग, जानिए क्या है वजह

यूनियन का कहना है कि अगर रेलवे बोर्ड सात उत्पादक इकाइयों का निजीकरण करती है तो उसकी भी गुणवत्ता में कमी आएगी. संघ में उत्पादन इकाइयों के नवीकरण के आदेश को गलत बताते हुए स्पष्ट कर दिया है कि किसी कीमत पर निजीकरण स्वीकार नहीं किया जाएगा. बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा रेलवे की बेहतरी के लिए 100 दिवसीय कार्य योजना बनाई है. जिसमें 7 उत्पादन इकाइयों के निजीकरण की बात कही गई है.

Intro: रेलवे बोर्ड द्वारा सात उत्पादन इकाइयों के निजीकरण के आदेश के खिलाफ रेल कर्मी एकजुट हो रहे हैं। निजीकरण के आदेश के खिलाफ रेल कर्मियों का गुस्सा केंद्र सरकार के खिलाफ दिखने लगा है। रेलकर्मी सड़क पर उतर कर अपना विरोध करने की रूपरेखा बना लिए हैं। इसी कड़ी में 1 जुलाई को काला बिल्ला लगाकर काला दिवस मनाने की घोषणा किया है। उनका कहना है कि रेलवे का उत्पादन केंद्रों की निजीकरण कर रही है, जिसमें रेल सेवा की गुणवत्ता पर असर पड़ेगा। यह बातें ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के सदस्यों ने हजारीबाग में कार्यक्रम के दौरान कहां है।


Body:उनका कहना है कि निजीकरण के बाद रेलवे के कार्य की गुणवत्ता में कमी आएगी। योग्य कर्मी नहीं रहेंगे और ठेकेदार मनमानी ढंग से काम करेंगे ।जिससे रेलवे के साख पर असर पड़ेगा, साथ ही साथ बेरोजगारी बढ़ेगी। पहले कोच और कैटरीग की निजीकरण किया जा चुका है जिससे गुणवत्ता में कमी आई है। अगर रेलवे बोर्ड सात उत्पादक इकाइयों का निजीकरण करण किया तो उसकी भी गुणवत्ता में कमी आएगी।

संघ में उत्पादन इकाइयों के नवीकरण के आदेश को गलत बताते हुए स्पष्ट कर दिया है कि किसी कीमत पर निजी करण स्वीकार नहीं किया जाएगा और ना ही फेडरेशन कर्मचारियों के साथ अन्याय बर्दाश्त करेगी ।

byte.... डीके पांडे ,अपर महामंत्री, ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन हाजीपुर




Conclusion:बताते चलें कि केंद्र सरकार द्वारा रेलवे की बेहतरी के लिए 100 दिवसीय कार्य योजना बनाया है। जिसमें 7 उत्पादन इकाइयों के निजीकरण की बात कही गई है
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.