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हजारीबागः माॅडल आंगनबाड़ी बना आकर्षण का केंद्र, बच्चों के लिए झूला, बेंच और पौष्टिक भोजन की व्यवस्था - center of attraction

कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य में पिछले 1 साल से आंगनबाड़ी केंद्र बंद थे. अब एक अप्रैल से आंगनबाड़ी केंद्र खोल दिए गए हैं. हजारीबाग के माॅडल आंगनबाड़ी केंद्र आकर्षण का केंद्र बन गया है. माॅडल केंद्र को आकर्षक लुक देने के साथ साथ बच्चों के लिए झूला, बेंच और पौष्टिक आहार की व्यवस्था की गई है.

हजारीबाग
माॅडल आंगनबाड़ी केंद्र
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Published : Apr 7, 2021, 7:19 PM IST

हजारीबागः कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य में पिछले 1 साल से आंगनबाड़ी केंद्र बंद थे. अब एक अप्रैल से आंगनबाड़ी केंद्र खोल दिए गए हैं. जिले का माॅडल आंगनबाड़ी केंद्र आकर्षण का केंद्र बन गया है. माॅडल केंद्र को आकर्षक लुक देने के साथ साथ बच्चों के लिए झूला, बेंच और पौष्टिक आहार की व्यवस्था की गई है.

देखें वीडियो

बच्चों को आकर्षित करने को लेकर बनाया जा रहा माॅडल केंद्र

जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों को अपग्रेड किया जा रहा है. आंगनबाड़ी केंद्र को मॉडल केंद्र बनाया जा रहा है, ताकि बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे. इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र पर सुविधाएं भी बढ़ाई गई हैं. बच्चों को बैठने के लिए बेंच, खेलने के लिए झूला के साथ साथ पौष्टिक आहार की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. स्थिति यह है कि आंगनबाड़ी केंद्र खुलने के बाद से बच्चे आकर्षित होकर यहां आने लगे हैं. जहां आंगनबाड़ीकर्मी बच्चों को पढ़ाने के साथ साथ पौष्टिक भोजन भी करवा रही हैं.

रोस्टर के अनुरूप आते हैं बच्चे

समाज कल्याण पदाधिकारी शिप्रा सिन्हा कहती है कि आंगनबाड़ी केंद्र संचालित करने को लेकर रोस्टर तैयार किया गया हैं. एक आंगनबाड़ी केंद्र में 30 बच्चे आते हैं. एक केंद्र पर 5 से 6 बच्चों का समूह बनाया गया है और उसी रोस्टर के अनुसार बच्चे आते हैं. बच्चे को आंगनबाड़ी केंद्र आने के साथ ही सेनेटाइज किया जाता है.

फिर बंद हो सकता हैं आंगनबाड़ी केंद्र

आंगनबाड़ी केंद्रों पर 7 दिनों का एक विशेष ट्रायल किया जा रहा है, जिसमें बच्चों की उपस्थिति देखी जा रही है. इसके बाद फिर नया रोस्टर बनाया जाएगा. लेकिन, दूसरी ओर राज्य सरकार ने स्कूल और कॉलेज सहित सभी शिक्षण संस्थानों तो बंद करने का आदेश जारी कर दिया है. इस स्थिति में फिर से आंगनबाड़ी केंद्र बंद हो सकता है.

हजारीबागः कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य में पिछले 1 साल से आंगनबाड़ी केंद्र बंद थे. अब एक अप्रैल से आंगनबाड़ी केंद्र खोल दिए गए हैं. जिले का माॅडल आंगनबाड़ी केंद्र आकर्षण का केंद्र बन गया है. माॅडल केंद्र को आकर्षक लुक देने के साथ साथ बच्चों के लिए झूला, बेंच और पौष्टिक आहार की व्यवस्था की गई है.

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बच्चों को आकर्षित करने को लेकर बनाया जा रहा माॅडल केंद्र

जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों को अपग्रेड किया जा रहा है. आंगनबाड़ी केंद्र को मॉडल केंद्र बनाया जा रहा है, ताकि बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे. इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र पर सुविधाएं भी बढ़ाई गई हैं. बच्चों को बैठने के लिए बेंच, खेलने के लिए झूला के साथ साथ पौष्टिक आहार की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. स्थिति यह है कि आंगनबाड़ी केंद्र खुलने के बाद से बच्चे आकर्षित होकर यहां आने लगे हैं. जहां आंगनबाड़ीकर्मी बच्चों को पढ़ाने के साथ साथ पौष्टिक भोजन भी करवा रही हैं.

रोस्टर के अनुरूप आते हैं बच्चे

समाज कल्याण पदाधिकारी शिप्रा सिन्हा कहती है कि आंगनबाड़ी केंद्र संचालित करने को लेकर रोस्टर तैयार किया गया हैं. एक आंगनबाड़ी केंद्र में 30 बच्चे आते हैं. एक केंद्र पर 5 से 6 बच्चों का समूह बनाया गया है और उसी रोस्टर के अनुसार बच्चे आते हैं. बच्चे को आंगनबाड़ी केंद्र आने के साथ ही सेनेटाइज किया जाता है.

फिर बंद हो सकता हैं आंगनबाड़ी केंद्र

आंगनबाड़ी केंद्रों पर 7 दिनों का एक विशेष ट्रायल किया जा रहा है, जिसमें बच्चों की उपस्थिति देखी जा रही है. इसके बाद फिर नया रोस्टर बनाया जाएगा. लेकिन, दूसरी ओर राज्य सरकार ने स्कूल और कॉलेज सहित सभी शिक्षण संस्थानों तो बंद करने का आदेश जारी कर दिया है. इस स्थिति में फिर से आंगनबाड़ी केंद्र बंद हो सकता है.

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