हजारीबाग: राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली, झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं हजारीबाग जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से मनाए जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत शनिवार को हजारीबाग के चुरचू प्रखंड के लारा गांव में महाविधिक सेवा शिविर (mega legal service camp in hazaribag) का आयोजन किया गया.
महाविधिक सेवा शिविर में झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डॉ. रवि रंजन समेत कई न्यायाधीशों ने शिरकत की. इस दौरान कार्यक्रम में झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ. रवि रंजन ने कहा कि महिलाएं समाज के विकास एवं तरक्की में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं.
ये भी पढ़ें-गिरिडीह में लगा विधिक जागरुकता कैंप, न्यायमूर्ति बोले-न्याय से कोई वंचित न रहे
बता दें कि आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. इसके तहत कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इस कड़ी में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण भी कार्यक्रम आयोजित कर रहा है. अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में ही 2 अक्टूबर से 14 नवंबर तक पूरे राज्य में विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया जा रहा है.
इसी क्रम में हजारीबाग के सुदूरवर्ती चुरचू प्रखंड के लारा फुटबॉल मैदान में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हजारीबाग एवं जिला प्रशासन हजारीबाग की ओर से महाविधिक सेवा शिविर का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ. रवि रंजन समेत उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद, न्यायाधीश अपरेस कुमार सिंह आदि मौजूद रहे.
परिसंपत्तियों का वितरण
कार्यक्रम के दौरान कई परिसंपत्तियों का वितरण भी किया गया. जिसमें सखी मंडल को कोरोड़ों रुपये की मदद दी गई. ऐसे छात्र-छात्रा जिन्होंने करियर में अच्छा प्रदर्शन किया, उन्हें पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम के दौरान सरकार के विभिन्न विभागों की ओर से स्टॉल लगाए गए थे. उन स्टॉल का अतिथियों ने निरीक्षण भी किया.
जेएसपीएल पदाधिकारी शांति मार्डी ने बताया कि यह कार्यक्रम सुदूरवर्ती क्षेत्र में सफल हुआ है. मुझे इस बात की खुशी है कि जेएसपीएल की दीदियों को और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.