हजारीबाग: कोरोना वायरस की जांच के लिए हजारीबाग मेडिकल कालेज अपनी कमर कस चुका है. जिसके लिए हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में लैब बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और 10 से 15 दिनों में कोरोना वायरस की जांच शुरू हो जायेगी. इसी कड़ी में जिले के उपायुक्त भुवनेश प्रताप सिंह निरीक्षण करने के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंचे. इस दौरान उनके साथ कॉलेज के प्राचार्य और कई डॉक्टर भी उपस्थित रहे.
ये भी पढ़ें- रांचीः बेड़ो में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद जिला प्रशासन अलर्ट, किया गया फ्लैग मार्च
माइक्रोबायोलॉजी यूनिट के अंतर्गत बनाया जा रहा लैब
यह लैब विभिन्न सुविधाओं से लैस है. इस लैब को माइक्रोबायोलॉजी यूनिट के अंतर्गत बनाया जा रहा है. लैब चलाने के लिए डॉक्टरों की एक टीम ट्रेनिंग के लिए रांची भी जाने वाली है. यह लैब केंद्र सरकार के द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम के तहत बनाया जा रहा है. इस लैब का मुख्य उद्देश्य यह है कि जांच प्रक्रिया में तेजी आए.
संक्रमित मरीजों के साथ डॉक्टरों को भी फायदा
लैब के बारे में डॉक्टरों का कहना है कि वर्तमान समय में टेस्ट रिपोर्ट आने में 3 से 5 दिन लग जाता है. जिससे मरीजों का इलाज भी समय मे शुरू नहीं हो पाता है. अगर हजारीबाग में लैब बन जाएगा. तो इसका फायदा संक्रमित मरीजों के साथ साथ डॉक्टरों को भी मिलेगा. लैब के लिए सुबह के 9:00 से रात के 9:00 तक काम चल रहा है. यहां तक कि जो उपकरण लगना है उसका भी आर्डर दिया जा चुका है, बहुत जल्द लैब बनकर तैयार हो जाएगा.