हजारीबागः झारखंड खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा रक्षाबंधन पर रेशम की डोर की बनी राखी जिले के खादी भंडार केंद्र में बिक रही है. जिसकी कीमत 30 रूपए से लेकर 50 रूपए तक है. इन राखियों को बनाने के लिए सुदूर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं की मदद ली जा रही है. जिससे उन महिलाओं को रोजगार मिल सके.
खादी बोर्ड के दुकान के संचालक का कहना है कि खादी से बनी यह राखियां बेहद खास हैं, क्योंकि कच्चे धागे की डोर और जो हमारी परंपरा में है उसी के तहत राखी बनाई जा रही है. सबसे अहम बात यह है कि यह गांव की महिलाओं के द्वारा बनाया जा रहा है. इससे उन्हें रोजगार भी मिल रहा है. उनका यह भी कहना है कि खादी की राखी होने के कारण लोग इन्हें काफी पसंद भी कर रहे हैं.
राखी के खरीदार भी खादी बोर्ड के बने राखी को पसंद कर रहे हैं. उनका कहना है कि बाजार में तो कई तरह की राखियां बिक रही हैं, लेकिन हमारी परंपरा रही है कि हम कच्चे धागे की डोर से अपने भाइयों की कलाई में राखी बांधते थे. उसे देखते हुए खादी बोर्ड राखी बनवा रही है. दूसरी ओर राखी गरीब परिवार की महिलाएं बना रही हैं. हमारे खरीदने से उन महिलाओं को भी प्रोत्साहन मिलेगा.
कहा जाए तो रेशम की डोर से भाई बहन के अटूट संबंध को और प्रगाढ़ करने की कोशिश खादी बोर्ड कर रही है. जिसका उद्देश्य सुदूर क्षेत्र की ग्रामीण महिलाओं को मदद करना भी है. ऐसे में राखी अप्रत्यक्ष रूप से उन बहनों को भी मदद कर रही है जो राखी बना रही है.