हजारीबागः क्या झारखंड सरकार और महागठबंधन में शामिल झारखंड कांग्रेस में सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है. आजकल ये सवाल है हर किसी की जुबान पर है. पिछले बुधवार को कांग्रेस के 4 विधायकों ने दिल्ली जाकर आलाकमान के दरबार में हाजिरी भी लगाई थी. ऐसे में कहा जा रहा था कि विधायक असंतुष्ट हैं, अपने नेतृत्व से और अपनी बातों को रखने गए हैं.
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झारखंड में राजनीतिक सरगर्मी एक बार फिर सुर्खियों में है. माना जा रहा है कि कुछ विधायक ऐसे हैं, जो पार्टी नेतृत्व से संतुष्ट नहीं हैं. इस वजह से विधायकों में दरार आ गई है. ऐसे में कांग्रेस के विधायकों ने पिछले बुधवार को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल से मुलाकात भी किया था. जिसमें डॉक्टर इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला, ममता देवी, राजेश कश्यप शामिल रहे.
हजारीबाग में कांग्रेस के बरही विधायक उमाशंकर अकेला (MLA Uma Shankar Akela) ने ईटीवी भारत (Etv Bharat) से बात करते हुए कहा कि हम लोग अपने आलाकमान से मुलाकात करने के लिए दिल्ली गए थे. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि हमारा कोई भी विधायक टूटने नहीं जा रहा है, रहा सवाल निगम-बोर्ड की जिम्मेदारी का, तो वो मुख्यमंत्री के हाथों में हैं, वो जिसे उचित समझेंगे पोस्ट देंगे. वहीं जब उनसे पूछा गया कि एक मंत्री का पद भी खाली है, उसके लिए कांग्रेस भी दावेदारी कर रही है. इस सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि फिलहाल उस मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं है.
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कांग्रेस विधायक भले ही खुलकर अपनी बातें नहीं कह पा रहे हैं. लेकिन राजनीतिक गलियारों में मंत्री पद और बोर्ड-निगम की दावेदारी को लेकर प्रदेश के सियासी गलियारे में हलचल तेज है. जिस कारण भी सरकार की तबीयत पर असर पड़ सकता है.