हजारीबाग: जिला के चौपारण पंचायत के चमरगड्डा में वन भूमि के जमीन पर अवैध रूप से डोभा निर्माण कार्य किया जा रहा था. मामले की जानकारी बरही विधायक उमाशंकर अकेला को लगी. जिसके बाद विधायक ने इसकी जानकारी संबंधित पदाधिकारी और पुलिस को दी. इसके बावजूद भी पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचने से आना कानी की. जिसके बाद विधायक स्वयं घटनास्थल की ओर चल पड़े. मौके की नजाकत को देखकर पुलिस भी साहस जुटाकर विधायक के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर निर्माण कार्य को रोका और चालक सहित जेसीबी मशीन को जब्त कर चौपारण थाना लाया गया.
मामले की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग और प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित अंचलाधिकारी भूमि का निरीक्षण करने पहुंचे. इस संबंद्ध में वनरक्षी ने स्पष्ट बताया की डोभा निर्माण कार्य जेसीबी से कराया जा रहा था. फिलहाल भूमि को लेकर जांच पड़ताल की जा रही है.
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पूरे मामले में ताज्जुब की बात यह है की सरकारी योजनाओं को धरातल पर लाने की जिम्मेदारी मुखिया की होती है, लेकिन चौपारण मुखिया अपने ही परिसिमन क्षेत्र में गरीबों का हक मारते हुए डोभा का निर्माण मशीन से कराते पाए गए और जिस मशीन से डोभा निर्माण कार्य कराया जा रहा था. उस मशीन के मालिक चौपारण मुखिया विनोद सिंह हैं. इस मामले मे उन्होनें बताया की उनकी मशीन सड़क निर्माण कार्य में लगी है. यह मशीन वहां तक कैसे पहुंची इसकी जानकरी उन्हें नहीं है. मामले के बारे में बीडीओ का कहना है कि सरकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने वाला मुखिया ही जब इस कार्य में संलिप्त हो, तो प्रवासी मजदूर कहां जाएंगे.