हजारीबागः इन दिनों पूरे विश्व के सामने सबसे बड़ी समस्या यूक्रेन और रूस का युद्ध है. इस युद्ध में यूक्रेन में भारी तबाही मचाई है. भारतीय मूल के कई लोग और यूक्रेन में फंसे छात्र गए हैं. इनमें से एक छात्र हजारीबाग का भी है, जिसका नाम तुषार कुमार है, जो मेडिकल का पढ़ाई करने के लिए 3 साल पहले यूक्रेन गए थे.
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हजारीबाग का तुषार यूक्रेन में फंसा है, उसने सरकार से घर वापसी की गुहार लगाई है. उसने शनिवार को आपबीती ईटीवी भारत के साथ साझा किया. उन्होंने बताया कि यूक्रेन में बड़ी तबाही मची रही है. हर आधे घंटे के अंदर सायरन की आवाज सुनने को मिलती है, रात में आकाश उजाला दिखाई देता है. उन्होंने बताया कि भारतीय मूल के कई छात्र भी यहां फंसे हुए हैं. वो सरकार से यही अपील कर रहे हैं कि जल्द से जल्द अपने देश लाया जाए. उन्होंने बताया कि वह 3 साल पहले यूक्रेन में मेडिसिन की पढ़ाई करने के लिए आए थे. 3 मार्च को उनकी फ्लाइट भी थी लेकिन फ्लाइट कैंसिल हो गया, इस कारण वो नहीं आ पाए.
भारतीय मूल के कई छात्र इन दिनों यूक्रेन में फंसे हुए हैं. हजारीबाग नवाबगंज का रहने वाला तुषार भी यूक्रेन में फंस गया है. उन्होंने यह बताया कि करीब 2000 से अधिक छात्र पैदल ही पड़ोसी देश के लिए निकल गए. जिनमें 500 छात्र पहुंच गए लेकिन शेष छात्रों को बीच में ही रुकना पड़ा है. उन्होंने कहा कि बहुत ही मुश्किल से लोग यहां रह रहे हैं. सारी दुकान पहले दिन ही बंद हो गयी थीं. उनके पास मात्र सात दिन का खाना है, इसके बाद क्या होगा नहीं पता. उन्होंने राज्य एवं केंद्र सरकार से कहा है जल्द से जल्द उन्हें अपने देश वापस लाने के लिए उपाय करें. यूक्रेन में फंसे छात्र अब सरकार की ओर टकटकी निगाहों से देख रहे है. दूसरी ओर सरकार ने भी वादा किया है कि जल्द से जल्द उन्हें अपने देश लाया जाएगा. झारखंड सरकार ने भी आश्वस्त किया है कि वह झारखंड के बच्चों के साथ खड़े हैं और बहुत जल्द उन्हें घर लाया जाएगा.