हजारीबागः इन दिनों पानी बचाने को लेकर सभी लोगों को जागरूक किया जा रहा है. आए दिन गांवों और शहरों में जल संकट गहराता जा रहा है. यही वजह है कि जल बचाव को लेकर जिले में जिला प्रशासन की ओर से जल स्रोतों का संरक्षण किया जा रहा है.
जल स्रोत पर अगर हम अतिक्रमण करेंगे तो भविष्य में पानी को लेकर हम संकट में पड़ सकते हैं. कुछ ऐसी ही सोच के साथ हजारीबाग जिला प्रशासन जिलेभर में जल स्रोतों का संरक्षण कर रही है. इसको लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, ताकि जल स्रोत पर कोई कब्जा न करें. वहीं, दूसरी ओर जिला प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे जब जमीन खरीदें तो उसकी गहन जांच कर के ही ले. अगर जल स्रोत के आसपास जमीन हो तो उसकी जांच कराएं कि वह जमीन जल स्रोत अतिक्रमण के दायरे में तो नहीं है.
जल स्रोत क्षेत्र होंगे चिन्हित
जमीन की खरीद-बिक्री लोग अपनी-अपनी आवश्यकता के अनुसार करते रहते हैं. ऐसे लोगों को जमीन की खरीद जांच-पड़ताल करने के बाद ही करनी चाहिए. कभी-कभी इन सब मामलों में बिचौलिए हावी रहते हैं और जल स्रोत की जमीन को भी बेच देते हैं. ऐसे में अब जिला प्रशासन तमाम जल स्रोतों को सूचीबद्ध कर रही है और उस क्षेत्र को संरक्षित कर रही है. इसके लिए इन सभी जल स्रोतों का डाटा भी बनाया जा रहा है, ताकि कोई भी व्यक्ति जल स्रोतों पर अतिक्रमण न कर सके.
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जमीन खरीदने से पहले करें जांच-पड़ताल
जिला प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे जब भी जमीन खरीदें तो उसकी गहन जांच करने की बाद ही ले. हजारीबाग एसडीओ मेघा भारद्वाज ने ईटीवी भारत के जरिए आम लोगों से अपील की है कि जल स्रोत का अतिक्रमण लोग न करें. वे जब भी जमीन खरीदें तो पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही खरीदें. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि अगर कोई भी व्यक्ति जल स्रोत का अतिक्रमण करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
एसडीओ ने यह भी कहा कि जल संरक्षण हमारा कर्तव्य है. हमें हर हाल में जल स्रोतों का ख्याल रखना चाहिए, क्योंकि हाल के दिनों में जिस तरह से लोगों ने जल स्रोत पर अतिक्रमण किया है वह गैरकानूनी तो है ही, इसके साथ-साथ मानव जीवन के लिए खतरनाक भी है. पिछले कुछ दिनों में लोगों ने जल स्रोत का अतिक्रमण किया है. वह प्रकृति के साथ खिलवाड़ है. प्रकृति भी एक दिन अपना बदला जरूर लेती है. जसके लिए हमें सजग रहने की आवश्यकता है.