हजारीबाग: होली के बाद दूसरे मंगलवार को भी हजारीबाग में मंगला जुलूस नहीं निकाला जा सका. कोई अखाड़ा जुलूस के लिए भीड़ न जुटा सके इसके लिए बड़ी पैमाने पर फोर्स की तैनाती की गई थी. ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही थी. सौ साल बाद ऐसा हो रहा है कि शहर में मंगला जुलूस नहीं निकाला जा पा रहा है. इससे पहले पिछले हफ्ते जुलूस को लेकर पुलिस-पब्लिक की झड़प हो गई थी.
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दरअसल, कोविड महामारी को देखते हुए सरकार ने किसी भी तरह के जुलूस को निकालने पर रोक लगा दी है. पिछले मंगलवार को विभिन्न अखाड़ों के सदस्यों ने मंगला जुलूस निकालने की कोशिश की थी. लेकिन प्रशासन की सख्ती के कारण वे इसमें कामयाब नहीं हुए. प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया था कि कोई भी व्यक्ति या अखाड़ा नियम का उल्लंघन करेगा तो उस पर कार्रवाई की जाएगी. ऐसे में किसी भी अखाड़े ने मंगला जुलूस नहीं निकाला. इस बाबत जिला प्रशासन ने विशेष व्यवस्था भी की ती, शायद ही किसी मंगला जुलूस को लेकर इतनी बड़ी संख्या में बल की तैनाती की गई हो. प्रत्येक चौक चौराहे पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया था. ड्रोन कैमरे से पूरे क्षेत्र पर नजर रखी जा रही थी. स्थिति को देखते हुए एसडीओ खुद मॉनिटरिंग कर रहे थे. वहीं तीन डीएसपी भी लगे हुए थे. इसके अलावा अतिरिक्त मजिस्ट्रेट की बहाली भी की गई थी. ताकि कोई भी व्यक्ति अगर नियम तोड़े तो उस पर खिलाफ कार्रवाई की जा सके.
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यह है मामला
हजारीबाग में होली के बाद पड़ने वाले मंगलवार से रामनवमी तक हर मंगलवार को जुलूस निकालने की 100 साल से परंपरा चल रही थी. लेकिन इस साल कोरोना महामारी के कारण प्रशासन ने जुलूस निकालने की इजाजत नहीं दी थी. इसको लेकर पुलिस-पब्लिक में भिड़ंत भी हुई, लेकिन अखाड़ा समर्थकों की एक न चली. आखिरकार 100 साल पुरानी परंपरा टूट गई. इधर पिछले मंगलवार को जुलूस को लेकर पब्लिक से झड़प के मद्देनजर इस बार प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी थी. जुलूस को रोकने के लिए शहर में बड़े पैमाने पर फोर्स तैनात की गई थी.