हजारीबाग: जिले में पंचायत चुनाव के पुनर्मतदान के दौरान वोटिंग करने पहुंचे बुजुर्ग होरिल महतो खुद को जिंदा साबित करने में जुटे हैं. वोटर लिस्ट में होरिल महतो को मृत दिखाए जाने के बाद उन्हें वोटिंग से रोक दिया गया है. ऐसे में वे काफी परेशान हैं. मतदान पदाधिकारी और वहां मौजूद तमाम लोगों को वे बता रहे हैं कि मैं अभी जिंदा हूं.
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मतदान में जिंदा, पुनर्मतदान में मौत: होरिल महतो का मामला सरकारी लापरवाही को दिखाता है. महज दो दिन पहले 14 मई को सरकारी दस्तावेज में जिंदा होरिल महतो ने पंचायत चुनाव में अपना वोट दिया था, लेकिन दो दिन बाद ही 16 मई को वोटरलिस्ट में उनको मृत दिखाया जा रहा है. ऐसे में उनका कहना है कि सरकारी लापरवाही की वजह से उनको मतदान से रोका जा रहा है. उन्होंने प्रशासन से मतदान की इजाजत मांगी है.
बैलेट पेपर में त्रुटि के कारण मतदान रद्द: दिलचस्प बात यह है कि चुनाव आयोग ने सलैया पंचायत में बैलेट पेपर में त्रुटि होने के कारण चुनाव रद्द करा दिया था.आज फिर से पुनर्मतदान हो रहा है. 14 मई को हुए मतदान में होरिल महतो ने मतदान किया था. लेकिन महज 2 दिनों के बाद नया प्रिंटेड वोटर लिस्ट में उसे मृत दिखाया गया है. अब होरिल महतो बड़े परेशान हैं और लोगों को बता रहे हैं कि मैं जिंदा हूं. मुझे मतदान करने की इजाजत दी जाए. ऐसे में इस तरह की लापरवाही से प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं.