हजारीबागः झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो इन दिनों क्षेत्र भ्रमण कर रहे हैं. इस दौरान जिलावार शिक्षा विभाग से जुड़े पदाधिकारियों के साथ मैराथन बैठक (Jagarnath Mahto held review meeting) भी चल रही है. पांच जिलों के शिक्षा पदाधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद उन्होंने अपने विभाग के कार्य पर ही सवालिया निशान खड़ा करते हुए कहा कि समीक्षा से संतुष्ट नहीं हैं.
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झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने सोमवार को हजारीबाग में मैराथन बैठक विभाग के पदाधिकारियों के साथ (review meeting in Hazaribag) किया. इस बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि 5 जिलों के शिक्षा पदाधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद संतोषजनक समीक्षा नहीं मिली है. 30 जून तक पदाधिकारियों को चेतावनी दी गयी है कि वो अपनी कार्य प्रणाली सुधारें अन्यथा तैयार रहें. ऐसे में यह स्पष्ट हो जाता है कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था ठीक नहीं है.
उन्होंने हजारीबाग में विद्यार्थियों की संख्या से कम प्रश्न पत्र आने पर कहा कि यह मामला जैक का है, प्रश्न पत्र क्यों कम भेजे गए हैं इसे लेकर अब तक अध्यक्ष से बातचीत किया जाएगा ताकि समस्या का समाधान हो सके. वहीं उन्होंने हजारीबाग में आश्वस्त किया कि पूरे राज्य में शिक्षकों की कमी है, 26 हजार शिक्षक बहाली का प्रक्रिया शुरू कर दिया गया है. आने वाले समय में 60 हजार और शिक्षकों का पद सृजित किया जाएगा. गांव में पहली बार सीबीएससी आधारित इंग्लिश स्कूल खोले जा रहे हैं. आने वाले दिनों में 80 विद्यालय गांव पंचायत में नजर आएंगे जो पूर्ण रूप से मॉडल स्कूल होंगे. जहां गरीब का बच्चा भी सीबीएसई आधारित पढ़ाई कर पाएगा.इस समीक्षा बैठक के दौरान शिक्षा मंत्री ने असंतुष्टि जाहिर की तो दूसरी ओर खुशखबरी भी दिया कि आने वाले समय में बंपर वैकेंसी शिक्षा विभाग में निकलने जा रही है. बहरहाल जहां एक ओर सीबीएसई आधारित स्कूल खोलने की तैयारी चल रही है तो दूसरी ओर शिक्षा मंत्री शिक्षकों से संतुष्ट नहीं है. ऐसे में समझा जा सकता है कि बुनियादी सुधार की कितनी जरूरत है.