हजारीबाग: चौपारण के एक चिकित्सक के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार दवा दुकानदारों ने चिकित्सक के साथ मारपीट की. बाद में दोनों पक्षों द्वारा थाने में आवेदन दिया गया है. पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है. दवा दुकानदारों ने विधायक उमाशंकर अकेला से भी मिलकर इस सम्बन्ध में चिकित्सक द्वारा रंगदारी मांगने और भयादोहन का आरोप लगाया है.
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वहीं चिकित्सक ने कहा कि यहां जितनी भी दवा की दुकानें हैं सभी होलसेल का लाइसेंस लेकर झोला छाप डॉक्टरों को दवा बेचते हैं. जब हमने इसको लेकर विभाग को लिखा तो कुछ दुकानदारों पर कारवाई हुई जिससे गुस्सा होकर दुकानदारों ने मेरे साथ मारपीट की है.
इस संबंध में डॉ. रामानुज कुमार ने बताया कि मैं सुबह अपने काम से बरही की ओर जा रहा था. उसी बीच जितेन्द्र मेडिकल एजेंसी के सामने जितेन्द्र साव व अन्य लोगों द्वारा मेरी गाड़ी रोककर मारपीट की गई.
घटना के बाद डॉ. रामानुज कुमार ने जानलेवा हमला, मोबाइल व नगद रुपये छिनतई, गला दबाकर जान मारने का प्रयास सहित कई आरोप लगाते हुए थाना में आवेदन दिया है.
दवा दुकानदार विधायक से मिले
वहीं जितेन्द्र साव ने भी अन्य कई लोगों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन थाने में दिया गया है. जिसमें डॉ. रामानुज कुमार पर दवा दुकानदारो से रंगदारी मांगने व भयादोहन करने का आरोप लगाया गया है. इस संबंध में थाना प्रभारी बिनोद तिर्की ने बताया कि दोनों पक्ष की ओर से आवेदन मिला है. मामले की जांच की जा रही है.
घटना के बाद दवा दुकानदारों ने विधायक सह निवेदन समिति सभापति उमाशंकर अकेला के चौपारण स्थित आवास में मिलकर घटना से अवगत कराते हुए न्याय की मांग किया है.
विधायक से मिलने वालों में मुख्य रुप से चौपारण ड्रग्स एंड केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष असीम कुमार चटर्जी, सचिव अभिमन्यु प्रसाद भगत, जितेन्द्र कुमार साव, अरविंद कुमार साव, चमन गुप्ता, डॉ कश्यप सहित कई दवा दुकानदार शामिल थे.