हजारीबाग: हजारीबाग पुलिस साइबर अपराधियों, स्प्लिंटर ग्रुप और अन्य गिरोहों की नकेल कसने के लिए नई रणनीति बना रही है. इसके लिए ऐसे अपराधियों को चिन्हित करने और आरोपी की संपत्ति जब्त करने के लिए मामले को ईडी को सौंपने की भी योजना बना रही है.
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हजारीबाग जिला कभी नक्सल प्रभावित क्षेत्र के रूप में जाना जाता था. लेकिन समय बीतने के साथ-साथ पुलिस की कार्रवाई के कारण कई इलाके नक्सल मुक्त हो गए. लेकिन हजारीबाग में कई स्प्लिंटर ग्रुप सक्रिय होते जा रहे हैं, जो अपराध करके फरार हो जाते हैं. इस तरह के गिरोह में वैसे अपराधी भी शामिल हैं जो जेल से छूट कर आते हैं या फिर वैसे युवक जो कम समय में अधिक पैसा कमाने की लालसा में धोखाधड़ी जैसे जुर्म के दलदल में धंस जाते हैं. अब हजारीबाग पुलिस की नजर ऐसे ग्रुप पर गड़ गई है.
कोयला उत्खनन से जुड़े क्राइम के तार
हजारीबाग में कोयला उत्खनन होने के कारण भी स्प्लिंटर ग्रुप की संख्या बढ़ी है. ऐसे में हजारीबाग एसपी मनोज रतन ने स्पष्ट कर दिया है कि नक्सली हो या स्प्लिंटर ग्रुप्स किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. दोनों हम लोगों की नजर में अपराधी हैं. अपराधियों के लिए एक ही नियम हैं. वे मुख्यधारा में आएं अन्यथा उनकी जगह चारदीवारी के पीछे है.
पुलिस की नजर
इधर, साइबर अपराधी भी हजारीबाग जैसे छोटे शहर में अपना पैर फैलाते जा रहे हैं. सैकड़ो किलोमीटर दूर से साइबर अपराधी लोगों की गाढ़ी कमाई एकाउंट से उड़ा दे रहे हैं. हजारीबाग एसपी का कहना है कि पिछले कार्यकाल के दौरान ईडी द्वारा साइबर अपराधियों का संपत्ति जब्त कराई थी. हम लोग हजारीबाग में भी ऐसे कदम उठाएंगे. पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई तेज करेगी.