हजारीबाग: विनोबा भावे विश्वविद्यालय में आठवां दीक्षांत समारोह कार्यक्रम संपन्न हुआ. जिसमें मुख्य अतिथि झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने छात्रों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र दिया. विश्वविद्यालय में पहली बार छात्र-छात्राएं और विश्वविद्यालय प्रबंधन भारतीय वेशभूषा में नजर आए. कार्यक्रम में झारखंड की संस्कृति को भी दर्शाया गया.
विश्वविद्यालय में तीन नई परिपाटी की शुरुआत की गई. सभी छात्र - छात्राओं और विश्वविद्यालय प्रबंधन झारखंड ने संथाली बहनों के हाथों से बने अंग वस्त्र धारण किए.
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आठवें दीक्षांत समारोह में कुल 6633 छात्रों को मिला प्रशस्ति प्रमाण पत्र
जिसमें पीएचडी 142, गोल्ड मेडलिस्ट पीजी 102 ,बेस्ट ग्रेजुएट 3, पीजी 2853, एम टेक 10, एमबीए 84 ,एम एससी बायोटेक 40, एमएससी सीएनडी 52, एमसीए 39, एम एड 56, यूजी 2086, बीटेक 239, एलएलबी 135, बीपीएड 03,बीएड 789 के छात्रों ने उपाधि दी गई.
कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं में भी काफी उत्साह देखने को मिला. लगभग 10 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं और उनके अभिभावक विश्वविद्यालय परिसर में मौजूद रहे.
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश शरण ने कहा कि छात्र के जीवन में दीक्षांत का बेहद महत्वपूर्ण स्थान है. छात्रों को अपने देश के प्रति सजक रह कर सेवा करने की आवश्यकता है. उन्होंने छात्रों को संदेश दिया कि देश हित में अपना करियर बनाएं. जीवन को सरल रखें ताकि कभी परेशानी न हो.
वहीं, राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की और उनके कर्तव्यों को याद कराया. उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए काफी बड़ा दिन है. उन्होंने कहा कि सभी को इमानदारी और लगन से पढ़ाई करने की आवश्यकता है, साथ ही छात्रों को अपनी जिम्मेवारी भी उठानी होगी, तभी हमारा देश विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा. विधानसभा के अध्यक्ष दिनेश उरांव भी कार्यक्रम मौजूद रहे. उन्होंने छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दीं. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह काफी गौरव का पल है.