हजारीबाग: कृषि कानून वापस लेने के लिए कांग्रेस ने हजारीबाग में ट्रैक्टर रैली की आयोजन किया. इसमें प्रदेश से लेकर केंद्रीय स्तर तक के नेता शामिल हुए और इस रैली के जरिये हुंकार भरी. कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार से मांग की है कि किसानों के हित में कृषि कानून वापस लिया जाए. जब तक केंद्र सरकार इस कानून को वापस नहीं लेती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
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कांग्रेस पिछले 15 दिनों से ट्रैक्टर रैली की तैयारी कर रही थी. इस रैली के लिए कांग्रेसियों ने पूरा दम लगा दिया. कोई बैलगाड़ी तो कोई विधायक ट्रैक्टर चलाते हुए रैली में पहुंचे. दोपहर 12 बजे से किसान ट्रैक्टर लेकर रैली में पहुंचने लगे. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि कांग्रेस हमेशा किसानों के साथ खड़ी है और उनकी आवाज बनकर उभरी है. आजादी के समय से लेकर आज तक कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है. किसान एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर सड़क पर हैं. किसानों के हित में कांग्रेस का ये आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कानून वापस नहीं लिया जाता.
झारखंड के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह भी केंद्र सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों पर तीनों कानून थोपे हैं. इसमें किसानों का कहीं हित नहीं है. कांग्रेस किसानों के ऊपर अत्याचार बर्दाश्त नहीं कर सकती. केंद्र सरकार ने डीजल और पेट्रोल में इजाफा कर दिया है. इसका बोझ किसानों पर भी पड़ रहा है. सरकार एक तरफ कहती है कि किसानों की आय दोगुनी होगी तो दूसरी तरफ पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ा देती है. यह कहां का न्याय है ?
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने शायराना अंदाज में केंद्र सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर रैली किसानों के लिए आयोजित की गई है. जब तक किसानों के हित में कानून वापस नहीं लिया जाता तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा. बेरमो विधायक कुमार जयमंगल भी मोदी सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सिर्फ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाना चाहती है.