हजारीबाग: संयुक्त किसान मोर्चा ने कृषि संबंधित तीन कानून वापस लेने, न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानून बनाने और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने की मांगों को लेकर 26 मार्च को भारत बंद का ऐलान किया है. बंद को अब वाम और विपक्षी दल का समर्थन मिलेगा. इस बात की जानकारी खुद सीपीआई के राज्य सचिव भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने दिया है. बताते चलें कि 23 मार्च को शहीद ए आजम भगत सिंह, राजगुरु सुखदेव के शहादत दिवस पर भी पार्टी कार्यक्रम करने जा रही है और लोगों को उनके शहादत की जानकारी भी देंगे. वहीं 25 मार्च को मशाल जुलूस भी निकाला जाएगा.
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लोगों से समर्थन की अपील
पार्टी का कहा है कि बंद के दौरान हम लोग सड़क पर भी उतरेंगे और हाईवे जाम करेंगे. उन्होंने आम जनता से अपील की है कि बंद का समर्थन करें. आगामी 23 मार्च को शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की शहादत दिवस पर धरना स्थल से जुलूस निकाला जाएगा और वापस धरनास्थल पर ही समाप्त होगा. इन शहीदों के किए गए कार्यों को आम जनता को बताया जाएगा. 24 और 25 मार्च को भारत बंद को लेकर प्रचार प्रसार किया जाएगा और 25 मार्च को मशाल जुलूस भी निकाला जाएगा.
सीपीआई के राज्य सचिव ने बताया बंद का शेड्यूल
सीपीआई के राज्य सचिव भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि बंद को सफल बनाने के लिए हम लोग नगवा टोल प्लाजा, बरही जीटी रोड चरही एनएच को जाम करेंगे. एक भी गाड़ी का परिचालन नागवा टोल प्लाजा से नहीं होने दिया जाएगा.