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हजारीबाग: जेल के अंदर भी कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट जारी, किए जा रहे विशेष इंतजाम

हजारीबाग जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस को लेकर व्यापक तैयारी की है. जेल प्रबंधन भी इस बाबत विशेष ख्याल रख रहा है. जेल में एक साथ सैकड़ों कैदी रहते हैं. अगर यहां संक्रमित व्यक्ति पहुंचता है तो बहुत बड़ी परेशानियों का सामना विभाग को करना पड़ सकता है.

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Published : Mar 18, 2020, 3:22 PM IST

हजारीबाग जेल
corona virus inside Hazaribagh jail

हजारीबाग: लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा में वायरस से बचाव को लेकर व्यापक तैयारी की गई है. जिला प्रशासन का मानना है कि यहां सैकड़ों कैदी एक साथ रहते हैं. ऐसे में अगर कोई भी संक्रमित व्यक्ति पहुंचेगा तो यह महामारी का रूप ले सकता है. ऐसे में विभाग ने व्यापक तैयारी की है.

देखें पूरी खबर

योजनाबद्ध तरीके से हो रहा है काम

हजारीबाग लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा को कोरोना वायरस से बचाव के लिए जेल प्रबंधन अलर्ट बोर्ड में चला गया. है. जेल में रहे बंदियों पर संक्रमण का असर ना पड़े, इसे लेकर कारा प्रशासन ने योजनाबद्ध तरीके से काम करना भी शुरू कर दिया है. बचाव की तैयारी भी पूरी कर ली गई है. जेल पहुंचने वाले नए बंदियों का सीधा प्रवेश नहीं है. पहले उनकी जांच की जा रही है. फिर अलग बैरक में रखा जा रहा है. वहां उनका स्वास्थ्य जांच फिर से किए जाने के बाद बंदी को वार्ड में प्रवेश करने दी जा रही है, साथ ही साथ मुलाकात करने वाले बदियों के लिए भी लाए गए सामान की जांच सुरक्षात्मक तरीके से की जा रही है.

ये भी पढ़ें-एक अन्य मामले में होटवार गए पूर्व मंत्री एनोस एक्का, 31 मार्च तक पत्नी भी न्यायिक हिरासत में

कैदियों से मुलाकात पर विशेष ध्यान

जो भी बंदी संदिग्ध मिल रहे हैं उनका सैंपल टेस्ट के लिए भेजा जाएगा. रिपोर्ट आने तक बंदी स्टेट वार्ड में रहेंगे. हालांकि अभी तक जेल में कोई भी संदिग्ध मरीज नहीं पहुंचा है, लेकिन महामारी को लेकर जिला प्रशासन की ओर से एतियात बढ़ता जा रहा है. अगर कोई कैदी बीमार होता है तो उसे अलग से रखने की व्यवस्था की जा रही है. सबसे अहम बात यह है कि जेल में बंद कैदियों से मुलाकात करने आ रहे परिजनों को 1 मीटर से ज्यादा की दूरी बनाकर बातचीत कराई जा रही है. इसके लिए इंटरकॉम का मदद लिया जा रहा है, ताकि बाहरी लोगों के संपर्क में कैदी ना आ जाए.

स्वास्थ्य पर निगरानी

हजारीबाग एसडीओ मेघा भारद्वाज ने बताया कि एहतियात बरतने के लिए वे लोग हर संभव प्रयास कर रहे हैं. जेल में भी विशेष इंतजाम किया गया है. जेपी कारा में फिलहाल 1 हजार 860 बंदी हैं, जिसमें 1 हजार 738 पुरुष और 92 महिला है जो अपने बच्चों के साथ रह रही हैं. इनमें चार विदेशी बंदी भी कारा में अलग से डिटेंशन सेंटर में रखे गए हैं. सभी बंदियों के स्वास्थ्य पर निगरानी रखने के लिए जिम्मेवार काराकर्मी और वार्ड इंचार्ज को सौंपा गया है. इस कारा में 25 बंदी ऐसे हैं, जिन्हें मास्क बनाने की जिम्मेवारी मिली है. जो हर दिन 700 से 1 हजार मास्क बना रहे हैं.

बताया जा रहा है कि रांची में मास्क की कमी होने के कारण हजारीबाग जेल प्रबंधन को मास्क बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, लेकिन इस बाबत हजारीबाग एसडीओ ने कहा कि रांची से पदाधिकारियों ने संपर्क किया है. आदेश आने के बाद कैदियों से मास्क भी बनवाएगे.

हजारीबाग: लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा में वायरस से बचाव को लेकर व्यापक तैयारी की गई है. जिला प्रशासन का मानना है कि यहां सैकड़ों कैदी एक साथ रहते हैं. ऐसे में अगर कोई भी संक्रमित व्यक्ति पहुंचेगा तो यह महामारी का रूप ले सकता है. ऐसे में विभाग ने व्यापक तैयारी की है.

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योजनाबद्ध तरीके से हो रहा है काम

हजारीबाग लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा को कोरोना वायरस से बचाव के लिए जेल प्रबंधन अलर्ट बोर्ड में चला गया. है. जेल में रहे बंदियों पर संक्रमण का असर ना पड़े, इसे लेकर कारा प्रशासन ने योजनाबद्ध तरीके से काम करना भी शुरू कर दिया है. बचाव की तैयारी भी पूरी कर ली गई है. जेल पहुंचने वाले नए बंदियों का सीधा प्रवेश नहीं है. पहले उनकी जांच की जा रही है. फिर अलग बैरक में रखा जा रहा है. वहां उनका स्वास्थ्य जांच फिर से किए जाने के बाद बंदी को वार्ड में प्रवेश करने दी जा रही है, साथ ही साथ मुलाकात करने वाले बदियों के लिए भी लाए गए सामान की जांच सुरक्षात्मक तरीके से की जा रही है.

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कैदियों से मुलाकात पर विशेष ध्यान

जो भी बंदी संदिग्ध मिल रहे हैं उनका सैंपल टेस्ट के लिए भेजा जाएगा. रिपोर्ट आने तक बंदी स्टेट वार्ड में रहेंगे. हालांकि अभी तक जेल में कोई भी संदिग्ध मरीज नहीं पहुंचा है, लेकिन महामारी को लेकर जिला प्रशासन की ओर से एतियात बढ़ता जा रहा है. अगर कोई कैदी बीमार होता है तो उसे अलग से रखने की व्यवस्था की जा रही है. सबसे अहम बात यह है कि जेल में बंद कैदियों से मुलाकात करने आ रहे परिजनों को 1 मीटर से ज्यादा की दूरी बनाकर बातचीत कराई जा रही है. इसके लिए इंटरकॉम का मदद लिया जा रहा है, ताकि बाहरी लोगों के संपर्क में कैदी ना आ जाए.

स्वास्थ्य पर निगरानी

हजारीबाग एसडीओ मेघा भारद्वाज ने बताया कि एहतियात बरतने के लिए वे लोग हर संभव प्रयास कर रहे हैं. जेल में भी विशेष इंतजाम किया गया है. जेपी कारा में फिलहाल 1 हजार 860 बंदी हैं, जिसमें 1 हजार 738 पुरुष और 92 महिला है जो अपने बच्चों के साथ रह रही हैं. इनमें चार विदेशी बंदी भी कारा में अलग से डिटेंशन सेंटर में रखे गए हैं. सभी बंदियों के स्वास्थ्य पर निगरानी रखने के लिए जिम्मेवार काराकर्मी और वार्ड इंचार्ज को सौंपा गया है. इस कारा में 25 बंदी ऐसे हैं, जिन्हें मास्क बनाने की जिम्मेवारी मिली है. जो हर दिन 700 से 1 हजार मास्क बना रहे हैं.

बताया जा रहा है कि रांची में मास्क की कमी होने के कारण हजारीबाग जेल प्रबंधन को मास्क बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, लेकिन इस बाबत हजारीबाग एसडीओ ने कहा कि रांची से पदाधिकारियों ने संपर्क किया है. आदेश आने के बाद कैदियों से मास्क भी बनवाएगे.

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