हजारीबागः नवरात्रि पूजा शुरू हो चुकी है. हर कोई घर, मंदिर और मंडप में मां भगवती की आराधना कर रहा है. इस कड़ी में हजारीबाग के कटकमदाग प्रखंड के बानादाग कोल साइडिंग में प्रदर्शनकारी महिलाएं धरनास्थल पर ही पूजा-पाठ और भजन कर रहीं हैं.
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प्रदर्शनकारियों का कहना है कि एनटीपीसी ने शर्त के अनुसार ग्रामीणों को नौकरी नहीं दिया . वहीं उनको जमीन का मुआवजा भी नहीं मिला है. इसको लेकर 4 गांव के महिला-पुरुष और बच्चे अपनी 30 सूत्री मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. ग्रामीणों की मुख्य मांगों में स्थानीय को नौकरी, उचित मुआवजा और प्रदूषण की समस्या को दूर करना है.
रतजगा कर किया जा रहा पूजा-पाठ
प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि नवरात्रि में पूजा-पाठ घर में करते थे, लेकिन हमलोग आंदोलन कर रहे हैं. प्रदर्शन को मजबूत करने को लेकर धरनास्थल पर ही रतजगा कर पूजा और भजन करते हैं. गांव के पुरुषों और बच्चों का सहयोग मिल रहा है. ग्रामीणों की ओर से टेंट के साथ साथ जमीन पर गद्दे की व्यवस्था की गई है.
गिरफ्तारी से डरने वाले नहीं
आंदोलन कर रही महिलाओं का कहना है कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती है, तब तक धरना जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि आंदोलन को कमजोर करने के लिए प्रशासन की ओर से समाजसेवियों का गिरफ्तार किया जा रहा है. इस गिरफ्तारी से ग्रामीण डरने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि आंदोलन को मदद करने वाले लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर रही है तो हमलोगों को भी गिरफ्तार करे, तभी हमलोग यहां से हटेंगे. अन्यथा जब तक मांग पूरी नहीं होगी, हम धरनास्थल पर डटे रहेंगे.
एनटीपीसी के खिलाफ आंदोलन
बता दें कि एनटीपीसी के खिलाफ ग्रामीण धरना दे रहे हैं. इस आंदोलन की वजह से कोयले का उठाव कार्य ठप हो गया है. लगभग 2000 से अधिक कोयला लदे हाइवा सड़क पर खड़े हैं, जिससे कोयले की आपूर्ति प्रभावित हो रही है. पहले से स्टॉक कोयले को रैक के जरिए भेज दिया गया है, लेकिन अब स्टॉक किया हुआ कोयला भी खत्म हो रहा है.