हजारीबाग: रामनवमी पर्व के दौरान प्रतिबंध के बावजूद डीजे बजाने के मामले में हजारीबाग प्रसाशन अब एक्शन के मूड में आ गया है. जिला प्रसाशन ने अब तक ताबड़तोड़ 15 अखाड़ों पर एफआईआर दर्ज करायी है. जिनमें 13 अखाड़ों पर रामनवमी के दौरान डीजे बजाने का आरोप है तो वहीं दो अखाड़ों पर शांति भंग करने के आरोप में मामला दर्ज कराया गया है.
दो अखाड़ा पर शांत भंग करने के आरोप में केस दर्जः जानकारी के अनुसार कोर्रा और चूरचू अखाड़ा पर शांति भंग करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करायी गई है. वहीं जिला प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद जिले भर में चर्चा का बाजार गर्म है. आम जनता कह रही है शांतिपूर्ण ढंग से रामनवमी संपन्न होने के बाद प्रशासन ने सभी अखाड़ा को धन्यवाद दिया था और अब एफआईआर कर रही है.
कई निर्दोषों पर कार्रवाई करने का लगाया आरोपः वहीं एफआईआर दर्ज कराने के बाद हजारीबाग रामनवमी महासमिति के अध्यक्ष कुणाल यादव और सदस्य चिंतित हैं. उन्होंने बताया कि 15 अखाड़ों पर एफआईआर दर्ज की गई है. इनमें से कई ऐसे हैं जो निर्दोष हैं और जुलूस के दौरान उन्होंने डीजे नहीं लगाया था, लेकिन प्रशासन ने उनके ऊपर भी एफआईआर दर्ज करा दी.
एसपी से मिलकर वस्तुस्थिति की दी जानकारीः इसको लेकर महासमिति अध्यक्ष कुणाल यादव और समिति के कई सदस्यों ने हजारीबाग एसपी मनोज रतन चोथे से मुलाकात की और वस्तुस्थिति के बारे में जानकारी दी है.इस पर हजारीबाग एसपी ने आश्वासन दिया है कि जिन पर एफआईआर दर्ज की गई है और उन्होंने डीजे का उपयोग नहीं किया है, वो आकर आवेदन दें. साथ ही अपना सबूत भी दें. सबूत देने पर उनके ऊपर कार्रवाई नहीं की जाएगी और हम लोग इसे लेकर जांच भी कराएंगे.
सभी अखाड़ा का निःशुल्क केस लड़ने की घोषणाः महासमिति अध्यक्ष कुणाल यादव ने सभी अखाड़ा के अध्यक्षों को आश्वासन दिया है कि जिनके ऊपर एफआईआर दर्ज की गई है और वे जायज हैं तो उनका केस निःशुल्क अधिवक्ता होने के नाते बिना फीस के वे खुद लड़ेंगे. वहीं पूर्व रामनवमी समिति के अध्यक्ष मंजीत यादव ने कहा कि मैं सभी अखाड़ा के साथ हूं और आगे भी रहूंगा.उन्होंने शांतिपूर्ण ढंग से रामनवमी संपन्न होने पर जिला प्रशासन और हजारीबागवासियों को धन्यवाद भी दिया है.