हजारीबाग: जिले में बरसात के दिनों में सर्पदंश के कई मामले सामने आ रहे हैं. कारण हजारीबाग शहर जंगलों के बीच बसा हुआ है. इस मौसम में सर्पदंश की घटना यहां के लिए सामान्य बात है. वहीं, जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने सर्पदंश को लेकर व्यापक तैयारी कर रखी है. साथ ही साथ उन्होंने आम जनता से सावधानी बरतने की अपील भी की है.
सर्पदंश से किसी की मौत न हो इसे लेकर जिला प्रशासन ने भरपूर मात्रा में सर्पदंश की दवा का इंतजाम कर रखा है. साथ ही साथ ट्रॉमा सेंटर में जो कर्मी लगाए गए हैं, उन्हें भी दिशा-निर्देश दिया गया है कि अगर सर्पदंश के मामले आते हैं, तो तत्काल इसकी सुविधा मरीज को दी जाए. हाल के दिनों में हजारीबाग में औसतन 3 से 4 मरीज सर्पदंश के मामले आ रहे हैं. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में सर्पदंश की घटना अधिक हो रही है.
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इसे देखते हुए हजारीबाग के सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार ने प्रखंड के सरकारी अस्पतालों में भरपूर मात्रा में दवा उपलब्ध होने की बात कही है. उन्होंने जनता से अपील भी की है कि अगर सर्पदंश की घटना होती है तो झाड़-फूंक के चक्कर में न पड़ें, सीधे अस्पताल आए. साथ ही जनप्रतिनिधियों से इस बारे में जागरूकता फैलाने की भी अपील की.