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हजारीबागः सर्पदंश को लेकर जिला प्रशासन सतर्क, अस्पतालों में भरपूर मात्रा में दवा उपलब्ध

हजारीबाग में बारिश के मौसम में सर्पदंश की घटना आम बात है. इसको लेकर जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. सभी अस्पतालों में भरपूर मात्रा में दवा भी उपलब्ध करा दी गई है.

हजारीबागः सर्पदंश को लेकर जिला प्रशासन सतर्क
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Published : Jul 16, 2019, 12:00 AM IST

हजारीबाग: जिले में बरसात के दिनों में सर्पदंश के कई मामले सामने आ रहे हैं. कारण हजारीबाग शहर जंगलों के बीच बसा हुआ है. इस मौसम में सर्पदंश की घटना यहां के लिए सामान्य बात है. वहीं, जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने सर्पदंश को लेकर व्यापक तैयारी कर रखी है. साथ ही साथ उन्होंने आम जनता से सावधानी बरतने की अपील भी की है.

देखें पूरी खबर

सर्पदंश से किसी की मौत न हो इसे लेकर जिला प्रशासन ने भरपूर मात्रा में सर्पदंश की दवा का इंतजाम कर रखा है. साथ ही साथ ट्रॉमा सेंटर में जो कर्मी लगाए गए हैं, उन्हें भी दिशा-निर्देश दिया गया है कि अगर सर्पदंश के मामले आते हैं, तो तत्काल इसकी सुविधा मरीज को दी जाए. हाल के दिनों में हजारीबाग में औसतन 3 से 4 मरीज सर्पदंश के मामले आ रहे हैं. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में सर्पदंश की घटना अधिक हो रही है.

ये भी पढ़ें-अपनी प्रचंड बहुमत से संतुष्ट नहीं है BJP, अभी होगी और ताकतवर: जयंत सिन्हा

इसे देखते हुए हजारीबाग के सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार ने प्रखंड के सरकारी अस्पतालों में भरपूर मात्रा में दवा उपलब्ध होने की बात कही है. उन्होंने जनता से अपील भी की है कि अगर सर्पदंश की घटना होती है तो झाड़-फूंक के चक्कर में न पड़ें, सीधे अस्पताल आए. साथ ही जनप्रतिनिधियों से इस बारे में जागरूकता फैलाने की भी अपील की.

हजारीबाग: जिले में बरसात के दिनों में सर्पदंश के कई मामले सामने आ रहे हैं. कारण हजारीबाग शहर जंगलों के बीच बसा हुआ है. इस मौसम में सर्पदंश की घटना यहां के लिए सामान्य बात है. वहीं, जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने सर्पदंश को लेकर व्यापक तैयारी कर रखी है. साथ ही साथ उन्होंने आम जनता से सावधानी बरतने की अपील भी की है.

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सर्पदंश से किसी की मौत न हो इसे लेकर जिला प्रशासन ने भरपूर मात्रा में सर्पदंश की दवा का इंतजाम कर रखा है. साथ ही साथ ट्रॉमा सेंटर में जो कर्मी लगाए गए हैं, उन्हें भी दिशा-निर्देश दिया गया है कि अगर सर्पदंश के मामले आते हैं, तो तत्काल इसकी सुविधा मरीज को दी जाए. हाल के दिनों में हजारीबाग में औसतन 3 से 4 मरीज सर्पदंश के मामले आ रहे हैं. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में सर्पदंश की घटना अधिक हो रही है.

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इसे देखते हुए हजारीबाग के सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार ने प्रखंड के सरकारी अस्पतालों में भरपूर मात्रा में दवा उपलब्ध होने की बात कही है. उन्होंने जनता से अपील भी की है कि अगर सर्पदंश की घटना होती है तो झाड़-फूंक के चक्कर में न पड़ें, सीधे अस्पताल आए. साथ ही जनप्रतिनिधियों से इस बारे में जागरूकता फैलाने की भी अपील की.

Intro:हजारीबाग में बरसात के दिनों में सर्पदंश के कई मामले सामने आ रहे हैं। चुकी घनघोर जंगलों के बीच हजारीबाग शहर बसा है। ऐसे में बरसात के दिनों में सर्पदंश की घटना यहां सामान्य सी बात है। ऐसे में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में सर्पदंश को लेकर व्यापक तैयारी कर रखा है। साथ ही साथ उन्होंने आम जनता से अपील भी की है।


Body:सर्पदंश से किसी की मौत ना हो जाए यह महत्वपूर्ण है। इसे लेकर जिला प्रशासन ने फुल प्रूफ तैयारी कर रखी है ।ताकि किसी की भी मौत सर्पदंश से ना हो। इस बाबत जिला प्रशासन ने भरपूर मात्रा में सर्पदंश होने के बाद जो दवा दी जाती है उसका इंतजाम कर रखा है ।साथ ही साथ ट्रॉमा सेंटर में जो कर्मी लगाए गए हैं उन्हें भी दिशा निर्देश जारी किया गया है कि अगर सर्पदंश के मामले आते हैं तो तत्काल चिकित्सक सुविधा मरीज को दिया जाए ।

हाल के दिनों में हजारीबाग में औसतन 3 से 4 मरीज सर्पदंश के आ रहे हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में सर्पदंश की घटना अधिक हो रही है ।इसे देखते हुए हजारीबाग के सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार ने प्रखंड के सरकारी अस्पतालों में भरपूर मात्रा में दवा उपलब्ध होने की बात भी की है। उन्होंने इसके अलावा आम जनता से अपील भी किया है अगर सर्पदंश होती है तो झाड़-फूंक के चक्कर में ना पड़ें और सीधे अस्पताल आए। उन्होंने कहा है कि झाड़-फूंक के चक्कर में कभी मरीजों की जान भी चली जाती है ।ऐसे में उन्होंने गांव के जनप्रतिनिधियों को कहा भी है कि वे जागरूकता फैलाएं और अगर कोई मामला सामने आता है तो तत्काल अस्पताल की ओर रुख करें।

byte.... डॉ कृष्ण कुमार सिविल सर्जन हजारीबाग


Conclusion:मानसून के वक्त सर्पदंश के मामले भी बढ़ते हैं ।ऐसे में जरूरत है जागरूकता की ताकि मरीजों को लाभ मिले और उनकी जीवन बस सके।
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