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2502 पुलिस निरीक्षकों ने ली शपथ, CM ने कहा- झारखंड के लिए ऐतिहासिक दिन - झारखंड पुलिस अकैडमी में पारण परेड

झारखंड में पहली बार 2502 पुलिस अवर निरीक्षकों को शपथ दिलाई गई, जिसको लेकर हजारीबाग के झारखंड पुलिस अकादमी में पारण परेड का आयोजन किया गया. इस आयोजन में मुख्यमंत्री रघुवर दास मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे और उन्होंने इस दिन को झारखंड का ऐतिहासिक दिन बताया.

2502 पुलिस निरीक्षकों ने ली शपथ
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Published : Oct 15, 2019, 11:33 AM IST

हजारीबागः एक साल की ट्रेनिंग के बाद अवर पुलिस निरीक्षकों को शपथ दिलाई गई. इस दौरान झारखंड पुलिस अकादमी में पारण परेड का आयोजन किया गया. जिसमें सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास शामिल हुए. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि पुलिस निरीक्षक जहां भी पदस्थापित होंगे, वहां मेहनत और ईमानदारी के साथ सेवा देंगे. राज्य को युवा पदाधिकारियों से बहुत उम्मीद है.

देखें पूरी खबर


रघुवर दास का संबोधन
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड को उग्रवाद विरासत में मिली है, लेकिन उग्रवाद और अपराध को समाप्त करना सरकार की प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि इस बार साइबर क्राइम पर ट्रेनिंग के दौरान विशेष जोर दिया गया है. इस अपराध ने अपना दायरा भी बढ़ाया है. उन्होंने हजारीबाग के झारखंड पुलिस अकादमी, पदमा पुलिस ट्रेनिंग सेंटर को और भी अधिक विकसित करने की बात कही.


उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि इस संस्थान ने पूरे देश में पूर्वोत्तर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण का गौरव पाया है. आगे भी इसे विकसित किया जाएगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि सुशासन के लिए अपराध, भ्रष्टाचार मुक्त राज्य सबसे महत्वपूर्ण है और अगर सभी अधिकारी ईमानदारी के साथ काम करेंगे तो सुशासन राज्य स्थापित होगा. उन्होंने कहा कि पुलिस निरीक्षकों के परिजनों के लिए भी आज खुशी का पल है. उनके बच्चों को राज्य समेत देश की सुरक्षा की जिम्मेवारी मिल रही है.

ये भी पढ़ें-झारखंड पुलिस को मिलेंगे 2000 से ज्यादा अफसर, कई IITians भी हैं शामिल


डीजीपी ने अवर पुलिस निरीक्षकों से जताई उम्मीद
इस दौरान डीजीपी कमल नयन चौबे ने पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वह निष्ठा के साथ सेवा दें. आप लोगों को देश की सर्वश्रेष्ठ ट्रेनिंग दी गई है और ट्रेनिंग पाने के बाद उसका उपयोग अपने कार्य क्षेत्र में करें. जनता के साथ ही देश हित के लिए कार्य करते रहें.


परिजनों के लिए गौरव की बात
वहीं, पुलिस अवर निरीक्षकों के परिजन भी इस आयोजन में हिस्सा लेने पहुंचे. सभी परिजनों के लिए यह गौरव की बात थी. परिजनों का कहना था कि उनका सपना पूरा हुआ है. वहीं, इंजीनियर दारोगा के पिता ने कहा कि उनके बेटे को शौक था कि वह देश सेवा के लिए जाए, इसलिए उन्होंने इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़कर तैयारी की और आज वह इस मुकाम पर है. वहीं इंजीनियर दारोगा ने कहा कि जो चमक हमारे कंधे के स्टार की है, उस खुशी को हम बयान नहीं कर सकते हैं. अब हमारी प्राथमिकता होगी कि हम राज्य को सुरक्षित रखें. बता दें कि कुल 2502 पुलिस अवर निरीक्षकों में 1002 से अधिक इंजीनियर हैं. अगर साइंस ग्रेजुएट की बात की जाए तो 1256 हैं, वहीं 14 आईआईटीयन भी हैं.

हजारीबागः एक साल की ट्रेनिंग के बाद अवर पुलिस निरीक्षकों को शपथ दिलाई गई. इस दौरान झारखंड पुलिस अकादमी में पारण परेड का आयोजन किया गया. जिसमें सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास शामिल हुए. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि पुलिस निरीक्षक जहां भी पदस्थापित होंगे, वहां मेहनत और ईमानदारी के साथ सेवा देंगे. राज्य को युवा पदाधिकारियों से बहुत उम्मीद है.

देखें पूरी खबर


रघुवर दास का संबोधन
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड को उग्रवाद विरासत में मिली है, लेकिन उग्रवाद और अपराध को समाप्त करना सरकार की प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि इस बार साइबर क्राइम पर ट्रेनिंग के दौरान विशेष जोर दिया गया है. इस अपराध ने अपना दायरा भी बढ़ाया है. उन्होंने हजारीबाग के झारखंड पुलिस अकादमी, पदमा पुलिस ट्रेनिंग सेंटर को और भी अधिक विकसित करने की बात कही.


उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि इस संस्थान ने पूरे देश में पूर्वोत्तर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण का गौरव पाया है. आगे भी इसे विकसित किया जाएगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि सुशासन के लिए अपराध, भ्रष्टाचार मुक्त राज्य सबसे महत्वपूर्ण है और अगर सभी अधिकारी ईमानदारी के साथ काम करेंगे तो सुशासन राज्य स्थापित होगा. उन्होंने कहा कि पुलिस निरीक्षकों के परिजनों के लिए भी आज खुशी का पल है. उनके बच्चों को राज्य समेत देश की सुरक्षा की जिम्मेवारी मिल रही है.

ये भी पढ़ें-झारखंड पुलिस को मिलेंगे 2000 से ज्यादा अफसर, कई IITians भी हैं शामिल


डीजीपी ने अवर पुलिस निरीक्षकों से जताई उम्मीद
इस दौरान डीजीपी कमल नयन चौबे ने पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वह निष्ठा के साथ सेवा दें. आप लोगों को देश की सर्वश्रेष्ठ ट्रेनिंग दी गई है और ट्रेनिंग पाने के बाद उसका उपयोग अपने कार्य क्षेत्र में करें. जनता के साथ ही देश हित के लिए कार्य करते रहें.


परिजनों के लिए गौरव की बात
वहीं, पुलिस अवर निरीक्षकों के परिजन भी इस आयोजन में हिस्सा लेने पहुंचे. सभी परिजनों के लिए यह गौरव की बात थी. परिजनों का कहना था कि उनका सपना पूरा हुआ है. वहीं, इंजीनियर दारोगा के पिता ने कहा कि उनके बेटे को शौक था कि वह देश सेवा के लिए जाए, इसलिए उन्होंने इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़कर तैयारी की और आज वह इस मुकाम पर है. वहीं इंजीनियर दारोगा ने कहा कि जो चमक हमारे कंधे के स्टार की है, उस खुशी को हम बयान नहीं कर सकते हैं. अब हमारी प्राथमिकता होगी कि हम राज्य को सुरक्षित रखें. बता दें कि कुल 2502 पुलिस अवर निरीक्षकों में 1002 से अधिक इंजीनियर हैं. अगर साइंस ग्रेजुएट की बात की जाए तो 1256 हैं, वहीं 14 आईआईटीयन भी हैं.

Intro:झारखंड के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा ।सूबे में पहली बार बड़ी संख्या में प्रशिक्षु अवर पुलिस निरीक्षकों को शपथ दिलाई गई। उनका प्रशिक्षण आज समाप्त हुआ। प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद अब वे राज्य में अपनी सेवा देंगे ।इस बाबत हजारीबाग के झारखंड पुलिस अकैडमी में पारण परेड का आयोजन किया गया था। जिसमें सुबह के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हिस्सा लिया।


Body:राज्य में अब पुलिस बल की कमी नहीं होगी। एक साल के ट्रेनिंग के बाद आज अवर पुलिस निरीक्षकों को शपथ दिलाया गया। इस दौरान झारखंड पुलिस अकैडमी में पारण परेड का आयोजन किया गया। जिसमें सुबे के मुख्यमंत्री ने संबोधित भी किया।उन्होंने कहा कि वे जहां भी पदस्थापित होंगे वहां मेहनत और ईमानदारी के साथ सेवा दें। राज्य को युवा पदाधिकारियों से उम्मीद है। इस दौरान ट्रेनिंग पा रहे पुलिस अवर निरीक्षको के परिजन भी पहुंचे और कार्यक्रम का हिस्सा बने। राज्य में पहली बार 2502 पुलिस अवर निरीक्षक ने सेवा दिया है। सबसे अहम बात है कि इस बैच में 1002 से अधिक इंजीनियर हैं। अगर साइंस ग्रेजुएट की बात की जाए तो 1256 है। वही 14 आईआईटियन भी है।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड को उग्रवाद विरासत में मिली है ।लेकिन उग्रवाद और अपराध को समाप्त करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि इस बार साइबर क्राइम पर ट्रेनिंग के दौरान विशेष जोर दिया गया है। क्योंकि इस अपराध ने अपना दायरा भी बढ़ाया है। उन्होंने हजारीबाग के झारखंड पुलिस अकादमी, पदमा पुलिस ट्रेनिंग सेंटर को और भी अधिक विकसित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि नेतरहाट पूरे देश में पूर्वोत्तर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण का गौरव पाया है।आगे भी इसे विकसित किया जाएगा ।उन्होंने स्पष्ट किया कि सुशासन के लिए अपराध भ्रष्टाचार मुक्त राज्य सबसे महत्वपूर्ण है और आप अधिकारी इमानदारी के साथ काम करेंगे तो सुशासन यहां पर स्थापित होगी। उन्होंने कहा कि मां पिता के लिए भी आज खुशी का पल है कि उनके बच्चे को राज्य समेत देश की सुरक्षा की जिम्मेवारी मिल रही है। उन्होंने यहां सोशल पुलिसिंग पर भी जोर दिया।

इस दौरान झारखंड के डीजीपी कमल नयन चौबे ने पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वह निष्ठा के साथ सेवा दें ।उन्होंने कहा कि आप लोगों को देश की सर्वश्रेष्ठ ट्रेनिंग यहां दी गई है और ट्रेनिंग पाने के बाद उसका उपयोग अपने कार्य क्षेत्र में करें।


हजारीबाग में कार्यक्रम के दौरान भारी संख्या में प्रशिक्षु अवर पुलिस अवर निरीक्षक को के परिजन भी आए।उनमें से कुछ परिजन की आंखों से आंसू भी आ गई ।उनका कहना था कि जो उन्होंने सपना देखा था आज वह सपना पूरा हुआ है ।वही इंजीनियर दरोगा के पिता ने कहा कि उनका बेटा को शौक था कि देश सेवा के लिए जाए ।इसलिए उन्होंने इंजरिंग की नौकरी छोड़कर तैयारी की और आज वह इस मुकाम में है। वहीं इंजीनियर दरोगा ने कहा कि जो चमक हमारे कंधे के स्टार की है उस खुशी को हम बयान नहीं कर सकते हैं ।उन्होंने कहा कि अब हमारी प्राथमिकता होगी कि हम राज्य को सुरक्षित रखें।

byte.... रघुवर दास मुख्यमंत्री झारखंड
byte...कमल नयन चौबे डीजीपी झारखंड
byte....ट्रेडिंग पा चुकी महिला एसआई
byte....वैभव सिंह इंजीनियर दरोगा
byte....हरिमोहन सिंह वैभव के पिता


Conclusion:कहां जाए तो पूरे उत्साह और उमंग के साथ आज पदाधिकारियों ने शपथ लिया है। उसी उत्साह और जोश के साथ अब सेवा भी देंगे। उनके सेवा देने से झारखंड में पुलिसिंग का स्तर तो सुधरेगा ही साथ ही साथ उनका उच्च प्रशिक्षण भी अपराध नियंत्रण और अनुसंधान में मदद भी करेगा।
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