हजारीबागः एक साल की ट्रेनिंग के बाद अवर पुलिस निरीक्षकों को शपथ दिलाई गई. इस दौरान झारखंड पुलिस अकादमी में पारण परेड का आयोजन किया गया. जिसमें सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास शामिल हुए. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि पुलिस निरीक्षक जहां भी पदस्थापित होंगे, वहां मेहनत और ईमानदारी के साथ सेवा देंगे. राज्य को युवा पदाधिकारियों से बहुत उम्मीद है.
रघुवर दास का संबोधन
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड को उग्रवाद विरासत में मिली है, लेकिन उग्रवाद और अपराध को समाप्त करना सरकार की प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि इस बार साइबर क्राइम पर ट्रेनिंग के दौरान विशेष जोर दिया गया है. इस अपराध ने अपना दायरा भी बढ़ाया है. उन्होंने हजारीबाग के झारखंड पुलिस अकादमी, पदमा पुलिस ट्रेनिंग सेंटर को और भी अधिक विकसित करने की बात कही.
उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि इस संस्थान ने पूरे देश में पूर्वोत्तर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण का गौरव पाया है. आगे भी इसे विकसित किया जाएगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि सुशासन के लिए अपराध, भ्रष्टाचार मुक्त राज्य सबसे महत्वपूर्ण है और अगर सभी अधिकारी ईमानदारी के साथ काम करेंगे तो सुशासन राज्य स्थापित होगा. उन्होंने कहा कि पुलिस निरीक्षकों के परिजनों के लिए भी आज खुशी का पल है. उनके बच्चों को राज्य समेत देश की सुरक्षा की जिम्मेवारी मिल रही है.
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डीजीपी ने अवर पुलिस निरीक्षकों से जताई उम्मीद
इस दौरान डीजीपी कमल नयन चौबे ने पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वह निष्ठा के साथ सेवा दें. आप लोगों को देश की सर्वश्रेष्ठ ट्रेनिंग दी गई है और ट्रेनिंग पाने के बाद उसका उपयोग अपने कार्य क्षेत्र में करें. जनता के साथ ही देश हित के लिए कार्य करते रहें.
परिजनों के लिए गौरव की बात
वहीं, पुलिस अवर निरीक्षकों के परिजन भी इस आयोजन में हिस्सा लेने पहुंचे. सभी परिजनों के लिए यह गौरव की बात थी. परिजनों का कहना था कि उनका सपना पूरा हुआ है. वहीं, इंजीनियर दारोगा के पिता ने कहा कि उनके बेटे को शौक था कि वह देश सेवा के लिए जाए, इसलिए उन्होंने इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़कर तैयारी की और आज वह इस मुकाम पर है. वहीं इंजीनियर दारोगा ने कहा कि जो चमक हमारे कंधे के स्टार की है, उस खुशी को हम बयान नहीं कर सकते हैं. अब हमारी प्राथमिकता होगी कि हम राज्य को सुरक्षित रखें. बता दें कि कुल 2502 पुलिस अवर निरीक्षकों में 1002 से अधिक इंजीनियर हैं. अगर साइंस ग्रेजुएट की बात की जाए तो 1256 हैं, वहीं 14 आईआईटीयन भी हैं.