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उद्योग विभाग के साथ गुमला चेंबर ऑफ कॉमर्स की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, व्यवसायियों ने बताई अपनी परेशानी

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Published : May 16, 2020, 4:21 PM IST

लॉकडाउन 4.0 को लेकर झारखंड सरकार के उद्योग विभाग के सेक्रेटरी के साथ सभी जिलों के चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की गई. इसके तहत गुमला NIC में गुमला चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष हिमांशु केशरी, सह सचिव गुन्नु शर्मा और गुमला उद्योग विभाग के जीएम भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए.

Businessmen told their problems
चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्य

गुमला: कोरोना महामारी के कारण जारी लॉकडाउन की वजह से सब कुछ बंद है. ऐसे में लॉकडाउन 4.0 को लेकर झारखंड सरकार के उद्योग विभाग के सेक्रेटरी के साथ सभी जिलों के चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की गई. जिसके तहत गुमला NIC में गुमला चेंबर ऑफ कॉमर्स से अध्यक्ष हिमांशु केशरी, सह सचिव गुन्नु शर्मा और गुमला उद्योग विभाग के जीएम भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए.

इस दौरान लॉकडाउन कि इस अवधि में व्यवसायियों को हो रही परेशानियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सेक्रेटरी से उसके समाधान की मांग की गयी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में गुमला चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष हिमांशु केसरी ने जानकारी दी की गुमला में कोई बड़ा उद्योग स्थापित नहीं है. उद्योग के नाम पर यहां पर क्रशर मशीन, ईट भट्टा और अन्य दूसरे उद्योग स्थापित हैं. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि किसी भी यूनिट को चालू करने में काफी पूंजी लगती है. गुमला में कोई बहुत बड़े उद्योगपति नहीं है. ऐसी परिस्थिति में जिनका उद्योग वन विभाग के क्षेत्र में पड़ रहा है. वैसे लोगों को जगह खाली करने के लिए वन विभाग ने नोटिस उपलब्ध करवा दिया है. इस संबंध में संबंधित उद्योग के लोगों को वन विभाग के द्वारा कम से कम 2 साल की अवधि देने की मांग रखी गई है. जिससे संबंधित व्यक्ति अपने उद्योगों को किसी दूसरे जगह स्थापित बिना परेशानी के कर सके.

ये भी पढ़ें- जमशेदपुर में मिला 1 और कोरोना पॉजिटिव मरीज, डीसी ने की पुष्टि

वहीं, गुमला में रियाडा के अंतर्गत जमीन भी खाली हैं. इस पर भी चेंबर अध्यक्ष ने इच्छुक व्यक्तियों को जो उद्योग लगाना चाहते हैं. वैसे लोगों को जमीन उपलब्ध करवाने हेतु आवश्यक कदम उठाने की मांग रखी गई है. इसके साथ ही साथ क्रशर मशीन चालू होने के कारण चिप्स और गिट्टी का प्रोडक्शन भी होकर माल बनकर डंप हो जा रहा है. जिससे स्थानीय नगरपरिषद क्षेत्र के अंदर भी विनिर्माण से संबंधित सीमेंट, छड़ और हार्डवेयर समेत अन्य सेनेटरी से संबंधित प्रतिष्ठानों को खोलने हेतु आग्रह किया गया. जिससे ठेकेदार और अन्य निर्माण कार्य में लगे लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में गुमला चेंबर ऑफ कॉमर्स के अलावे रांची, बोकारो, धनबाद, देवघर, पश्चिम सिंहभूम, पाकुड़, गोड्डा, चाईबासा, लोहरदगा, पलामू सहित सभी जिलों के चेंबर के अध्यक्ष सचिव और प्रतिनिधि उपस्थित थे.

गुमला: कोरोना महामारी के कारण जारी लॉकडाउन की वजह से सब कुछ बंद है. ऐसे में लॉकडाउन 4.0 को लेकर झारखंड सरकार के उद्योग विभाग के सेक्रेटरी के साथ सभी जिलों के चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की गई. जिसके तहत गुमला NIC में गुमला चेंबर ऑफ कॉमर्स से अध्यक्ष हिमांशु केशरी, सह सचिव गुन्नु शर्मा और गुमला उद्योग विभाग के जीएम भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए.

इस दौरान लॉकडाउन कि इस अवधि में व्यवसायियों को हो रही परेशानियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सेक्रेटरी से उसके समाधान की मांग की गयी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में गुमला चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष हिमांशु केसरी ने जानकारी दी की गुमला में कोई बड़ा उद्योग स्थापित नहीं है. उद्योग के नाम पर यहां पर क्रशर मशीन, ईट भट्टा और अन्य दूसरे उद्योग स्थापित हैं. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि किसी भी यूनिट को चालू करने में काफी पूंजी लगती है. गुमला में कोई बहुत बड़े उद्योगपति नहीं है. ऐसी परिस्थिति में जिनका उद्योग वन विभाग के क्षेत्र में पड़ रहा है. वैसे लोगों को जगह खाली करने के लिए वन विभाग ने नोटिस उपलब्ध करवा दिया है. इस संबंध में संबंधित उद्योग के लोगों को वन विभाग के द्वारा कम से कम 2 साल की अवधि देने की मांग रखी गई है. जिससे संबंधित व्यक्ति अपने उद्योगों को किसी दूसरे जगह स्थापित बिना परेशानी के कर सके.

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वहीं, गुमला में रियाडा के अंतर्गत जमीन भी खाली हैं. इस पर भी चेंबर अध्यक्ष ने इच्छुक व्यक्तियों को जो उद्योग लगाना चाहते हैं. वैसे लोगों को जमीन उपलब्ध करवाने हेतु आवश्यक कदम उठाने की मांग रखी गई है. इसके साथ ही साथ क्रशर मशीन चालू होने के कारण चिप्स और गिट्टी का प्रोडक्शन भी होकर माल बनकर डंप हो जा रहा है. जिससे स्थानीय नगरपरिषद क्षेत्र के अंदर भी विनिर्माण से संबंधित सीमेंट, छड़ और हार्डवेयर समेत अन्य सेनेटरी से संबंधित प्रतिष्ठानों को खोलने हेतु आग्रह किया गया. जिससे ठेकेदार और अन्य निर्माण कार्य में लगे लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में गुमला चेंबर ऑफ कॉमर्स के अलावे रांची, बोकारो, धनबाद, देवघर, पश्चिम सिंहभूम, पाकुड़, गोड्डा, चाईबासा, लोहरदगा, पलामू सहित सभी जिलों के चेंबर के अध्यक्ष सचिव और प्रतिनिधि उपस्थित थे.

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