गुमलाः झारखंड राज्य के गुमला जिले की बेटी सलीमा ने गुमला का नाम रोशन किया है. सलीमा का चयन फीफा अंडर-17 महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम के चयन के लिए आयोजित किए जा रहे प्रशिक्षण कैंप के लिए हुआ है. इन्हीं में से 11 खिलाड़ी देश के लिए खेलेंगी. उम्मीद है कि सलीमा का चयन अंतिम खिलाड़ियों में भी होगा और वे देश का प्रतिनिधित्व कर गुमला का मान बढ़ाएंगी. इस कैंप में झारखंड की सात खिलाड़ियों का चयन किया गया है. महिला विश्व कप 2022 प्रशिक्षण कैंप के लिए इस साल हुए चयन में तीन खिलाड़ी गुमला जिले से हैं.
फीफा (FIFA) ने अंडर-17 महिला विश्व कप 2022 का आयोजन 11 से 30 अक्टूबर तक भारत में करने की घोषणा की है. इसको लेकर अंडर-17 भारतीय महिला फुटबॉल टीम के 33 खिलाड़ियों का चयन प्रशिक्षण कैंप के लिए किया गया है. भारतीय फुटबॉल संघ ने 23 अप्रैल को इसकी घोषणा कर दी है. इसें टीम में झारखंड की सात खिलाड़ियों का चयन हुआ है, जिनमे डिफेंडर सलीना कुमारी, सुधा अंकिता तिर्की एवं अस्टम उरांव गुमला जिला से शामिल हैं. भारतीय फुटबॉल संघ ने टीम की घोषणा करते हुए, प्रशिक्षण कैंप भी शुरू करा दिया है. यह प्रशिक्षण कैंप 23 अप्रैल से 31 मई तक जमशेदपुर में चलेगा.
बता दें कि टीम में कुल 33 खिलाड़ियों का चयन किया गया है. प्रशिक्षण कैंप के दौरान बेस्ट 11 का चयन होगा, जो वर्ल्ड कप खेलने के लिए मैदान में उतरेंगी. गुमला जिला के सुदूरवर्ती घाघरा प्रखंड के बेती पतराटोली गांव की बेटी सलीमा कुमारी जिसमें बचपन से ही फुटबॉल खेल के प्रति जुनून था. उसने गांव में छोटे टूर्नामेंट खेलते हुए वर्ल्ड कप तक का सफर पूरा कर दिखाया है, सलीमा के पिता करमा उरांव गांव में रहकर खेती बारी का काम करते हैं, जिससे उनका घर परिवार चलता है.
सलीमा कुमारी ने बताया कि गांव में वह फुटबॉल खेलती थीं, उस दौरान कोच पौलुस सर गांव आए थे, और सलीमा को फुटबॉल खेलता हुआ देखकर उसे गुमला के संत मात्रिक महाविद्यालय प्रशिक्षण केंद्र में ले जाकर उसका नामांकन करवाया फिर वहीं से रेगुलर फुटबॉल का अभ्यास कराया गया. उसी दौरान सलीमा ने नेशनल कप के लिए राजस्थान, अरूणाचल प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, ओडिशा में फुटबॉल खेल कर अपना परचम लहराया, जहां उसका सिलेक्सन फीफा वर्ल्ड कप प्रशिक्षण कैंप के लिए हुआ.
सलीमा कुमारी की कोच वीना केरकेट्टा ने बताया कि सलीमा शुरू से ही फुटबॉल खेलती आई है, जिस कारण गांव से सलीमा को सरकार द्वारा संचालित फुटबाल प्रशिक्षण संस्थान में एडमिशन करवाया गया और यहां अभ्यास करते हुए उसने कई जगहों पर जाकर नेशनल कप में खेल कर परचम लहराया. उसी दौरान उसका चयन फीफा वर्ल्ड कप प्रशिक्षण कैंप के लिए हुआ.