गुमला: जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर पहाड़ पर स्थित है राम भक्त हनुमान जी की जन्मस्थली आंजनधाम. यहां हर रोज सैकड़ों भक्त हनुमान जी और उनके माता अंजनी जी के दर्शन करने पहुंचते हैं. हनुमान जी की जन्मस्थली होने के कारण सूबे की सरकार ने इस जगह को पर्यटन स्थल के रूप में घोषित किया है.
सरकार भक्तों को पहाड़ पर स्थित मंदिर तक पहुंचाने के लिए सड़क का निर्माण करा रही है. मगर पथ निर्माण विभाग के उदासीन रवैये के कारण करीब 1.4 किलोमीटर सड़क निर्माण का कार्य पिछले ढाई सालों से अधर में लटका हुआ है. जिसके कारण हनुमान जी के जन्मस्थली तक पहुंचने के लिए भक्तों को अपनी जान जोखिम में डालना पड़ रहा है.
ये भी पढ़ें - नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : जागरूकता फैलाने के लिए इंजीनियर उठा रहा कचरा
राम भक्त हनुमान और माता अंजनी के दर्शन करने के लिए जाने वाले भक्तों का कहना है कि पहाड़ की ऊंचाई पर सड़क का कार्य अधूरा छोड़ दिया गया है. ऐसे में निर्माण कार्य करने वाली कंपनी के ठेकेदार के ऊपर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं कुछ भक्तों ने कहा कि आंजन धाम लोगों की धार्मिक भावना और आत्मा से जुड़ी हुई जगह है. वहां सड़क की सबसे ज्यादा जरूरत है. ऐसे में जिला प्रशासन को यहां की सड़क को जल्द से जल्द पूरा कराना चाहिए.
फॉरेस्ट एरिया के कारण रुका है निर्माण
वहीं आंजन धाम तक बनने वाली सड़क के संबंध में पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि टोटो से आंजन धाम की सड़क की कुल लंबाई 9.2 किलोमीटर है. इस सड़क को आरसीडी में ट्रांसफर किए जाने के बाद सड़क का चौड़ीकरण और मजबूतीकरण का कार्य कराया जा रहा है. इसमें करीब 8 किलोमीटर तक का कार्य मई 2017 में ही पूरा कर दिया गया है, लेकिन 1.2 किलोमीटर फॉरेस्ट एरिया पड़ता है. तो मापी के दौरान यह एक हेक्टेयर से ज्यादा का क्षेत्र आने के बाद फॉरेस्ट रिक्विजिशन का फॉर्म ऑनलाइन जमा करना पड़ा.
वन विभाग ने राशि जमा करने का निर्देश दिया है जो बहुत जल्द कर दी जाएगी और आने वाले एक-दो महीनों के अंदर यानी अंतिम दिसंबर तक सड़क का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा. वहीं इस मामले पर वन विभाग के अधिकारी का कहना है कि आंजन धाम की जो सड़क है उसमें वन विभाग की ओर से सशर्त संवैधानिक सहमति पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को प्राप्त है. इसके पश्चात अभी तक राशि जमा नहीं हो पायी है.
ये भी पढ़ें - टी-20 विश्व कप खेलेंगे धोनी : ड्वेन ब्रावो
एक स्मार पत्र के साथ नया डिमांड नोट है उसे विभाग के कार्यपालक अभियंता को फिर दो दिन पहले ही भेजा गया है ताकि जो कार्यनुमति की अवधि जो एक साल है वो आगामी मार्च में लैप्स कर सकती है उसके अंदर निर्माण कार्य करा सकते हैं. मामले में डीएफओ ने कहा कि विभाग भी चाहता है कि आंजन धाम तक जाने वाली सड़क का निर्माण कार्य अविलंब पूरा हो.