लोहरदगा: सरकार की महत्वपूर्ण आयुष्मान भारत योजना में घोटाला सामने आया है. मामले की जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम हरकत में आ गई है. सिविल सर्जन डॉक्टर विजय कुमार के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया. इसके बाद शहर के कई निजी अस्पतालों में ताबड़तोड़ छापेमारी की गई.
अमलीया गांव के दर्जन भर से ज्यादा मरीजों को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया. वहां पर आयुष्मान भारत योजना के तहत उन सभी का गोल्डन कार्ड बनाया गया. इसके बाद गोल्डन कार्ड से पैसे की निकासी इलाज के नाम पर की गई. स्वास्थ्य विभाग को जब इस बात की शिकायत मिली, तो विभाग हरकत में आ गया. इससे साफ है कि योजना में भ्रष्टचार के लिए पूरे मामले को अंजाम दिया गया.
छापेमारी में टीम को कई जरूरी जानकारियां हाथ लगी हैं. अब टीम मामले की पूरी जांच और आगे की कार्रवाई में जुट गई है. बताया जा रहा है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत दूसरे जिले के एक ही गांव के कई ग्रामीणों को मरीज बनाकर पहले तो निजी अस्पताल में भर्ती किया गया, फिर उनके गोल्डन कार्ड से पैसे निकाले गए हैं.
सिविल सर्जन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मामले की जांच की है. सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर शंभू नाथ चौधरी का कहना है कि निश्चित रूप से यह मामला गंभीर है. इस मामले में जांच कर रहे हैं. जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी.