गुमलाः बिहार की राजधानी पटना में गुमला के मजदूर काम कर रहे हैं. लेकिन सोमवार का दिन उनके लिए काल बनकर आया. पटना के मनेर थाना के ब्यापुर गांव में स्थित लकी ईंट भट्ठा चिमनी में हर दिन की तरह काम पर लगे थे. लेकिन अचानक चिमनी की दीवार ढह गयी जिसमें गुमला की तीन महिला मजदूर समेत कई लोग दब गए. इस हादसे में 5 मजदूरों की मौत हो गयी, इनमें से तीन महिलाएं गुमला जिला की थीं. इनका अंतिम संस्कार पटना में मंगलवार को होगा.
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इस हादसे में मारी गयीं महिलाएं गुमला जिला के सिसई प्रखंड के लकया बांस टोली एक ही गांव की रहने वाली थीं. जिसमें सुगंती देवी (पति मेघनाथ तुरी), घुरनी देवी (पति प्रदेशीया तुरी), शीला देवी (पति सुरेंद्र तुरी) शामिल है. सभी सिसई प्रखंड के लकया बांस टोली की रहने वाली हैं. घटना की जानकारी मिलते ही पूरे गांव में मातम पसर गया है. सभी के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. इन पीड़ित परिजनों ने बिहार सरकार ईंट भट्ठा मालिक से मुआवजे की मांग की है. इस घटना पर मजदूर नेता ने गहरी सवेंदना व्यक्त की है. उन्होंने बताया कि मृतक तीनों महिला मजदूरों के छोटे-छोटे बच्चे हैं, ऐसी स्थिति में उनके समक्ष आर्थिक स्थिति भी उत्पन्न हो गई है. जिसको लेकर बिहार सरकार और ईंट भट्ठा मालिक से मुआवजा की मांग की है.
बताया जा रहा है कि इस घटना की सूचना मजदूर संघ सीएफटीयुआई झारखंड प्रदेश सचिव जुम्मन खान ने फोन पर ली थी. जिसमें बताया है कि बेद व्यास जिला पटना का ये मामला है. जहां सोमवार को दर्जनों मजदूर काम कर रहे थे, तभी ईंट भट्ठा के चिमनी की दीवार गिर गयी. इस हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गई और वहां काफी भीड़ इकट्ठा होने के बाद जेसीबी की मदद से दबे हुए को बाहर निकाला गया. जिसमें गुमला की 3 महिला मजदूर सहित 5 की मौत हो गई जिसमें दो बिहार के शामिल हैं. इस घटना में कई मजदूर घायल भी हैं, जिनका इलाज बिहार में ही विभिन्न अस्पताल में चल रहा है.