गुमला: भरी बरसात में पर्याप्त बारिश नहीं होने के कारण गुमला जिले में धान की खेती करने में किसानों को परेशानी हो रही है. जिन खेतों में थोड़ी बहुत बारिश का पानी है उन खेतों में किसान धान की रोपाई तो कर रहे हैं, लेकिन अभी भी लगभग 60-70 प्रतिशत धान की बुआई बाकी है. ऐसे में किसानों के चेहरे पर चिंता साफ दिख रही है.
ये भी पढ़ें- छवि रंजन ने रांची डीसी का संभाला पदभार, कोरोना संक्रमण की रोकथाम को बताया पहली प्राथमिकता
गीत गाते धान की रोपाई
वहीं, थोड़ी बहुत बारिश का पानी खेतों में जमा होने की वजह से जिन खेतों में पानी है वहां महिलाएं धान की रोपनी करने के लिए पहुंच रही हैं. ऐसे में महिलाएं अपनी खुशी जाहिर करने के लिए धान रोपाई के समय मधुर गाने गा रही हैं. इसको लेकर महिलाओं ने बताया कि धान रोपनी के समय लोग एक दूसरे से बातें करते हैं. साथ ही अपनी पारंपरिक गीतों को गाकर थकान मिटाते हैं. महिलाओं ने कहा कि धान रोपनी के समय गाना गाने से समय का पता नहीं चलता है और खेतों में धान की रोपनी पूरी हो जाती है.
ये भी पढ़ें- नक्सली संगठन JJMP ने कहा वे पुलिस का करते हैं काम, पहले भी कई फोटो हो चुके हैं वायरल
नमी के कारण खेतों में पर्याप्त पानी
वहीं, जिले में मानसून की बारिश को लेकर जिला कृषि पदाधिकारी रमेश चंद्र सिन्हा ने बताया कि इस वर्ष पिछले वर्ष से बारिश अच्छी हुई है. जिसके कारण खेतों में नमी है और बिचड़े भी तैयार हो रहे हैं. ऐसे में अभी तक जिले में तकरीबन 29 प्रतिशत धान की रोपाई की जा चुकी है. उन्होंने कहा कि जिले के कुछ स्थानों में बारिश कम हुई है, मगर नमी के कारण खेतों में पर्याप्त पानी है. इस वजह से धान की फसल अच्छी होने की उम्मीद है.