गुमला: जिला के घाघरा थाना क्षेत्र में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए जा रही नर्स की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलने पर सभी स्वास्थ्यकर्मियों ने गोलबंद होकर शव के साथ घाघरा लोहरदगा मुख्य पथ को जाम कर दिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने स्वास्थ्यकर्मियों को समझाते हुए जाम हटवाया. निर्मला आरंगी स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र में एएनएम (Auxiliary Nurse Midwifery ANM) के पद पर कार्यरत थीं.
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स्कूटी में साड़ी फंसने से हुई घटना: जानकारी के मुताबिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घाघरा से वैक्सीन का डब्बा लेकर एएनएम निर्मला वैक्सीनेशन के लिए पलमा जा रही थी. इसी दौरान पलमा डीपा के समीप निर्मला की साड़ी स्कूटी में फंस गई और अनियंत्रित होकर वह स्कूटी से गिर पड़ी. 108 एम्बुलेंस के सहयोग से घायल निर्मला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घाघरा लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बताया जा रहा है कि निर्मला की मौत स्कूटी से गिरने के बाद मौके पर ही हो गयी थी.
स्वास्थ्य कर्मियों में गहरा रोष: एएनएम निर्मला की मौत की खबर मिलने पर सभी स्वास्थ्यकर्मियों ने गोलबंद होकर शव के साथ घाघरा लोहरदगा मुख्य पथ को जाम कर दिया. हालांकि, समझाने के बाद शव को सड़क से हटा दिया. इसके वावजूद स्वास्थ्यकर्मी आधा घंटे तक सड़क पर डटे रहे. घाघरा अंचल अधिकारी प्रणव ऋतुराज, बीडीओ विष्णुदेव कच्छप व थानेदार अभिनव कुमार की पहल से सड़क जाम हटाते हुए सभी सीएचसी परिसर में बैठ गए. घटना के बाद जिला प्रशासन की ओर से उचित सहयोग नहीं करने पर स्वास्थ्यकर्मियों में गहरा रोष देखा जा रहा है. स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि ड्यूटी के दौरान कर्तव्य निर्वहन करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को कम से कम 10 लाख का मुआवजा मिलना चाहिए. सभी स्वास्थ्यकर्मी निजी तौर पर 8 हजार और अंचलाधिकारी द्वारा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर कल्याण विभाग से एक लाख की सहयोग राशि देने के आश्वासन के बाद माने.