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गुमला: सामुदायिक अस्पताल में नवजात की मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप - गुमला सामुदायिक अस्पताल में एक नवजात बच्चे की मौत

गुमला के चैनपुर प्रखंड स्थित सामुदायिक अस्पताल में एक नवजात की मौत हो गई. परिजन इसके लिए चिकित्साकर्मियों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उनका कहना है कि चिकित्साकर्मियों की लापरवाही के चलते बच्चे की मौत हुई है.

newborn child died in community hospital gumla
सामुदायिक अस्पताल
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Published : Apr 3, 2021, 12:34 PM IST

Updated : Apr 3, 2021, 12:39 PM IST

गुमला: जिले में फिर अस्पतालकर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगा है. ताजा मामला जिले के चैनपुर प्रखंड स्थित सामुदायिक अस्पताल का है. प्रसूता के परिजनों का आरोप है कि चिकित्साकर्मियों की लापरवाही के कारण नवजात बच्चे की मौत हो गई.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें- गुमला: खेल-खेल में तीन साल के बच्चे ने लगाई आग, झुलसने से मौत, चार बहनों का इकलौता भाई था

समय पर उपचार न शुरू करने का आरोप


चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के कुलाही हरिजन बस्ती गांव निवासी मुन्नी देवी पति बहुर तुर्री ने चैनपुर अस्पताल के चिकित्साकर्मियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि सही समय पर चिकित्सा सुविधा मिलने से मेरे बच्चे की मौत नहीं होती और वह बच जाता. उन्होंने बताया कि घर से आने के बाद कोई भी डॉक्टर या नर्स हमारे पास इलाज के लिए नहीं पहुंचा और न ही किसी भी तरीके की दवा दी गई.


यह है मामला


इसके पहले मुन्नी देवी की प्रसवपीड़ा बढ़ने के बाद मुन्नी देवी के परिजनों ने 108 नंबर पर कॉल कर ममता वाहन को बुलाया. जिसके बाद चैनपुर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने के बाद पीड़िता का इलाज नहीं किया गया.


पहले भी घट चुकी है ऐसी घटना


पूर्व में भी चिकित्साकर्मियों की लापरवाही के कारण ऐसी घटना घट चुकी हैं. इसके बावजूद चिकित्साकर्मी अपने कार्य पद्धति में सुधार नहीं ला रहे हैं. इधर ड्यूटी पर तैनात नर्स पुष्पा टेटे और अनीमा ने कहा कि मुन्नी देवी का समुचित इलाज किया गया. किसी भी तरीके की लापरवाही नहीं की गई है. पेट में ही बच्चे की मौत हो गई थी. डॉक्टर भी समय-समय पर देखने के लिए पहुंचे थे. मुन्नी देवी का आरोप निराधार और झूठा है. ड्यूटी में तैनात डॉक्टर डीएन ठाकुर से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं की गई है. वह स्वयं जाकर उक्त गर्भवती महिला को देख रहे थे, उनके ओर से लगाए गए आरोप निराधार हैं.

गुमला: जिले में फिर अस्पतालकर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगा है. ताजा मामला जिले के चैनपुर प्रखंड स्थित सामुदायिक अस्पताल का है. प्रसूता के परिजनों का आरोप है कि चिकित्साकर्मियों की लापरवाही के कारण नवजात बच्चे की मौत हो गई.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें- गुमला: खेल-खेल में तीन साल के बच्चे ने लगाई आग, झुलसने से मौत, चार बहनों का इकलौता भाई था

समय पर उपचार न शुरू करने का आरोप


चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के कुलाही हरिजन बस्ती गांव निवासी मुन्नी देवी पति बहुर तुर्री ने चैनपुर अस्पताल के चिकित्साकर्मियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि सही समय पर चिकित्सा सुविधा मिलने से मेरे बच्चे की मौत नहीं होती और वह बच जाता. उन्होंने बताया कि घर से आने के बाद कोई भी डॉक्टर या नर्स हमारे पास इलाज के लिए नहीं पहुंचा और न ही किसी भी तरीके की दवा दी गई.


यह है मामला


इसके पहले मुन्नी देवी की प्रसवपीड़ा बढ़ने के बाद मुन्नी देवी के परिजनों ने 108 नंबर पर कॉल कर ममता वाहन को बुलाया. जिसके बाद चैनपुर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने के बाद पीड़िता का इलाज नहीं किया गया.


पहले भी घट चुकी है ऐसी घटना


पूर्व में भी चिकित्साकर्मियों की लापरवाही के कारण ऐसी घटना घट चुकी हैं. इसके बावजूद चिकित्साकर्मी अपने कार्य पद्धति में सुधार नहीं ला रहे हैं. इधर ड्यूटी पर तैनात नर्स पुष्पा टेटे और अनीमा ने कहा कि मुन्नी देवी का समुचित इलाज किया गया. किसी भी तरीके की लापरवाही नहीं की गई है. पेट में ही बच्चे की मौत हो गई थी. डॉक्टर भी समय-समय पर देखने के लिए पहुंचे थे. मुन्नी देवी का आरोप निराधार और झूठा है. ड्यूटी में तैनात डॉक्टर डीएन ठाकुर से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं की गई है. वह स्वयं जाकर उक्त गर्भवती महिला को देख रहे थे, उनके ओर से लगाए गए आरोप निराधार हैं.

Last Updated : Apr 3, 2021, 12:39 PM IST
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