गुमला: जिले में सक्रिय नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के खिलाफ मंगलवार को गुमला पुलिस और सीआरपीएफ 218 बटालियन के जवानों ने रायडीह थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित पाकोडीह, बोकता, बांसडीह, परसा, रघुनाथपुर, ऊंचडीह, पोगरा समेत कई गांवों में संयुक्त रूप से सर्च ऑपरेशन चलाया. इस सर्च ऑपरेशन का कमान जिले के एसपी हृदीप पी जनार्दनन, सीआरपीएफ 218 बटालियन के सेकेंड इन कमांडेंट दाऊ किंडो कर रहे थे.
नक्सलियों ने अपना ठिकाना बदल दिया
गुमला के चैनपुर अनुमंडल क्षेत्र के इन जंगली इलाकों में बसे गांवों में नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के इनामी नक्सलियों का दस्ता इन दिनों लगातार भ्रमण कर रहा है. उस दस्ते में 15 लाख रुपए का इनामी नक्सली सब जोनल कमांडर बुद्धेश्वर उरांव, 5 लाख का इनामी रंथु उरांव और दो लाख का इनामी नक्सली लजीम अंसारी अपने दस्ते के साथ है. इसकी सूचना मिलने के बाद जिले के एसपी के नेतृत्व में जंगल के उन इलाकों में नक्सलियों के विरुद्ध सर्च अभियान चलाया गया. सर्च अभियान के दौरान पुलिस और सीआरपीएफ के जवान जंगलों और पहाड़ों की ऊंची चोटियों में भी पहुंचे, शायद नक्सलियों की इसकी भनक लग गई थी. जिसकी वजह से नक्सलियों ने अपना ठिकाना बदल दिया था.
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ग्रामीणों की समस्याओं से अवगत हुए एसपी
सुबह से लेकर दोपहर तक सर्च अभियान चलाने के बाद पुलिस और सीआरपीएफ के जवान वापस लौट गए. हालांकि, इससे पहले सर्च ऑपरेशन के दौरान जिले के एसपी ग्रामीणों से उनकी समस्याओं से अवगत हुए. साथ ही ग्रामीणों के माध्यम से जिले के एसपी ने जिले में सक्रिय नक्सलियों को सरेंडर करने की अपील की. उन्होंने कहा कि नक्सली समय रहते पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करें, उन्हें सरकार की ओर से घोषित आत्मसमर्पण नीति के तहत लाभ दिया जाएगा.