गुमलाः विकास भवन में हो रही दिशा की बैठक के दौरान अचानक आग लग गयी. जिससे अफरातफरी मच गयी. इस बैठक में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, लोहरदगा सांसद सुदर्शन भगत, राज्यसभा सांसद समीर उरांव सहित जिले के सभी वरीय अधिकारी मौजूद थे. बताया जा रहा है कि हॉल के पंखा में शॉर्ट सर्किट होने से आग लग गई. सुरक्षाकर्मी और कुछ अधिकारियों ने पंखे को उतारा और उस पर पानी डाला. आग पर काबू पाने के बाद बैठक शुरू की गयी.
बताया जा रहा है कि दिशा की बैठक के दौरान हॉल का पंखा जलने लगा. सुरक्षाकर्मी और कुछ अधिकारियों ने पंखा को उतारा और उस पर पानी डाला. जिसके बाद आग पर काबू पाया गया. आग लगने के बाद 15 मिनट तक अफरा-तफरी का माहौल रहा. हालांकि इस आगजनी से विशेष कोई क्षति नहीं हुई. पंखे को सुरक्षाकर्मियों ने बाहर निकाल दिया.
बता दें कि गुमला में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक विकास भवन के सभा कक्ष में हुई. करीब तीन घंटे तक चली इस बैठक में गुमला जिले में चल रही केंद्रीय योजनाओं एवं राज्य सरकार की योजनाओं पर चर्चा की गई. बैठक समाप्त होने के बाद मीडिया से बात करते हुए माननीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि जिला में जो प्रगति हो रही है उसकी समीक्षा की गई. भारत सरकार की जितनी भी योजनाएं हैं वो धरातल पर और कैसे उतरे. ये सुनिश्चित करें कि वास्तविक रूप से गांव के लोगों को सुविधाएं पहुंच रही हैं. अब गांव को सेचुरेशन मोड में लेकर जाने की आवश्यकता है.
प्रधानमंत्री इस बात पर लगातर बल देते हैं कि योजनाएं चल रही हैं तो चलती रहेगी ऐसा नहीं है. अब योजनाएं कब खत्म होगी इसकी चर्चा होनी चाहिए. जिस गांव को हम योजना के साथ जोड़ रहे हैं वो पूर्ण होना चाहिए और गांव के लोगों को उससे सुविधा मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आज की जो बैठक हुई, इसमें सारे विभागों की समीक्षा की गई. बैठक में बहुत सारी बातें आई कार्यों को और गति देने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि गुमला जिले में अच्छे पदाधिकारी दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ काम कर रहे हैं पर इसमें बहुत सारे चीजों में डेपीसिएट इस दृष्टि से है कि यहां मैनपावर की भारी कमी है. चाहे वो शिक्षकों की हो या चिकित्सकों की हो या किसी अन्य विभाग की, मैन पावर की हो उसे राज्य सरकार को जल्दी भरना चाहिए.