गुमला: जिला के कामडारा प्रखंड अंतर्गत रामपुर, कुलबुरू, सरिता, टुरूंडु और रामतोल्या गांव में लगी फसल और दो घरों को ध्वस्त करने के बाद लगभग 25 जंगली हाथियों का झुंड बुधवार को खूंटी के जंगल में प्रवेश कर गया. हाथियों ने रामपुर पंचायत के चोरबिंधा वनटोली में अंजली सोरेंग और सोहराई लोहरा के मकानों को क्षतिग्रस्त करते खेतों में लगी फसल को रौंद कर बर्बाद कर दिया.
हाथियों के आने की सूचना मिलते ही कुरकुरा के थाना प्रभारी सदानंद सिंह समेत पुलिस बल के जवान और रामपुर के मुखिया रोसालिया सोरेंग ने तत्काल सक्रियता दिखाते हुए सभी गांव के लोगों को फोन के माध्यम से अलर्ट कर दिया. सूचना मिलते ही इलके में रतजगा कर ग्रामीणों ने आग जलाना शुरू कर दिया. वहीं मामले की जानकारी मिलते ही वन विभाग बसिया के हाथी रोधक दस्ता के सभी सदस्य रात में ही चोरबिंधा वनटोली पहुंच गए और हाथियों के झुंड को खदेड़ने में जुटे रहे, जिसके कारण अनहोनी घटना टल गई. रामपुर और कुलबुरू पंचायत के बाद हाथियों का झुंड सरिता पंचायत में प्रवेश कर टिटिही गांव के मारसा सुरीन और हेरन सुरीन के खेतों में लगे धान की फसलों को पूरी तरह बर्बाद कर दिया. हाथियों के झुंड ने पिंपी गांव में सामुएल मिंज के खेतों में लगी शकरकंद की फसलों को भी तहस-नहस कर दिया.
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पिंपी गांव में पूर्व मुखिया वीरेंद्र सुरीन के नेतृत्व में ग्रामीणों ने वन कर्मियों के सहयोग से अपने इलाके से हाथियों के झुंड को खदेड़ दिया. बुधवार को रामतोल्या मुखिया विजय तोपनो वनकर्मियों और ग्रामीणों के सहयोग से हाथियों के झुंड को गुमला जिला से खदेड़ कर बाहर कर दिया गया. बताया जाता है कि हाथियों का झुंड खूंटी जिला के इलाके में प्रवेश कर चुका है. हाथियों के आने से तीन दिनों तक ग्रामीणों में भय और दहशत का माहौल रहा.