गुमला: गुमला में मेहमानी से लौट रही एक वृद्ध महिला को जंगली हाथी ने मार डाला. थोड़ी देर बाद चरवाहे उधर से गुजरे तो मामले की जानकारी घरवालों को मिली. इसकी जानकारी पर परिजनों ने शव की शिनाख्त की. इधर, लोग लगातार हो रहीं ऐसी वारदात से दहशत में हैं
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गुमला जिले के चैनपुर प्रखंड के कुरुमगढ़ थाना क्षेत्र में मरवा केरागानी गांव के समीप शनिवार अहले सुबह मेहमानी (रिश्तेदारी) से लौट रही 65 वर्षीय वृद्ध महिला सुगनी देवी को जंगली हाथी ने मार डाला. वारदात के कुछ देर बाद चरवाहे उधर से गुजरे तो लोगों को घटना की जानकारी मिली. बाद में मृतका का बेटा अनुज महतो और अन्य लोग घटनास्थल पर पहुंचे और शव की शिनाख्त की.
पहले भी हो चुकी हैं वारदात
इलाके में जंगली हाथी के किसी शख्स को मारने की यह पहली घटना नहीं है. यहां पहली भी ऐसी वारदात हो चुकी है. कुछ दिन पूर्व मालम में जंगली हाथी ने मटर की रखवाली कर रहे एक किसान को मार डाला था, 3 अन्य लोगों ने भाग कर किसी तरह जान बचाई थे. वहीं दीपावली की रात बामदा में एक किसान के घर पर हाथियों ने धावा बोल दिया था. यहां हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया और घर को ध्वस्त कर दिया. जबकि घरवालों ने भागकर जान बचाई.
क्या कहा मृतका के बेटे ने
अनुज महतो ने बताया कि गांव में दीपावली पर्व मनाया जा रहा था. उसी पर्व के लिए मेरी मां बगल के मरवा गांव मेहमानी गईं थीं. वहां से मेरी मां घर लौट रही थी, उसी दौरान गांव के आगे स्थित रोड पर शायद जंगली हाथी से मां का सामना हो गया. इसी दौरान जंगली हाथी ने मां को पटक कर मार डाला. घटनास्थल पर इससे संबंधित निशान मिले हैं.
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... तो डर गई पुलिस!
अनुज का कहना है कि वारदात के बाद हम लोगों ने इसकी सूचना कुरूमगढ़ थाना और वन विभाग को दी है. बताया जा रहा है मरवा केरागनी इलाका अति नक्सल प्रभावित गांव है, जिस कारण पुलिस गांव नहीं गई. हालांकि वन विभाग के कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे, शव का मुआयना किया और पोस्टमार्टम के लिए गुमला ले गए.
इधर, वनपाल एंथोनी लकड़ा ने बताया कि ग्रामीणों के माध्यम से सुबह सूचना मिली थी जंगली हाथी ने महिला को पटक कर मार डाला है. उस सूचना के आधार पर गार्ड की ओर से गांव जाकर मामले की जांच की गई. वनपाल ने बताया कि मृतक के परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए 20 हजार रुपये दिया गया. इसके अलावा 3 लाख 80 हजार रुपये कागजी कार्रवाई के बाद दिए जाएंगे.
छत्तीसगढ़ सेफ जोन भेजने की कोशिश
गुमला डीएफओ श्रीकांत ने बताया कि हाथी को ट्रैक कर उसे छत्तीसगढ़ सेफ जोन में भेजने का प्रयास किया जा रहा है. साथ ही गांव में हाथी को भगाने के लिए पटाखे और मशाल के लिए मोबिल का वितरण किया गया है.