गुमला: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव और रोकथाम के मद्देनजर देशव्यापी लॉकडाउन घोषित है. राज्य सरकार के प्रयास से लाॅकडाउन के दौरान देश के विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक, छात्र/छात्रा, पर्यटक, तीर्थयात्री समेत अन्य लोग झारखंड लौट रहे हैं.
ऐसे श्रमिकों को गृह जिला या अन्य राज्यों तक पहुंचाने और गुमला जिला के श्रमिकों को उनके गृह प्रखंड तक पहुंचाने की व्यवस्था जिला प्रशासन की तरफ से की गई है. जिले में बड़ी संख्या में श्रमिकों के आगमन को देखते हुए जिला मुख्यालय स्थित पाॅलिटेक्निक काॅलेज चंदाली में एक अतिरिक्त सहायता केंद्र/क्वॉरेंटाइन सेंटर की स्थापना की गई है.
रविवार को जिले के उपायुक्त शशि रंजन ने जिला प्रशासन के अधिकारियों की टीम के साथ इस क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण किया और कई दिशा-निर्देश भी दिए. इस दौरान डीसी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के 24 परगना सहित रेड जोन से आने वाले प्रवासी श्रमिकों को पाॅलिटेक्निक काॅलेज चंदाली के शेल्टर होम में रखा जायेगा.
उन्होंने शेल्टर होम में लगभग 300 बेड की व्यवस्था करने और पेयजल एवं शौचालय की सुविधा बहाल करने का निर्देश दिया. डीसी ने कहा कि शेल्टर होम में ठहराये गऐ श्रमिकों के लिए जलपान और भोजन की व्यवस्था नियमित समय पर होनी चाहिए, इसके लिए उन्होनें जिला आपुर्ति पदाधिकारी/नजारत उप समार्हता को निर्देश भी दिए.
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इसके बाद उपायुक्त ने पाॅलिटेक्निक काॅलेज में ठहराये गये श्रमिकों के सैंपल जांच और अन्य मेडिकल जांच की व्यवस्था के लिए सिविल सर्जन को निर्देश दिया. उन्होंने कहा की सैंपल जांच की रिपोर्ट आने तक श्रमिकों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में ही रखा जायेगा, सैंपल रिपोर्ट प्राप्त हो जाने पर श्रमिकों कों उनके गंतव्य स्थल तक सरकारी वाहन द्वारा भेजा जायेगा. उपायुक्त ने पाॅलिटेक्निक काॅलेज/शेल्टर होम में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल और दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति का भी निर्देश दिया.