गुमला: जिला के चैनपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित चैनपुर पंचायत में पूर्व मुखिया एवं पंचायत सेवक ने जमकर भ्रष्टाचार किया है. इस पंचायत में 13वें , 14वें और 15वें वित्त आयोग में अलग-अलग योजनाओं में सरकार के दिशा निर्देश की अनदेखी कर भ्रष्टाचार की नदी में जमकर डुबकी लगाई गई है. खासकर 14वें वित्त आयोग के माध्यम से लगाए गए सोलर जल मीनार एवं स्ट्रीट लाइट योजना में सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देश की अनदेखी कर मनमाने ढंग से इन दोनों योजनाओं में अपने मन मुताबिक काम कराया गया है.
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सरकार की ओर से जारी किए गए थे ये गाइडलाइन: बता दें केंद्र सरकार पंचायत के माध्यम से गांव का विकास हो इसके लिए वित्त मंत्रालय के माध्यम से प्रत्येक वित्तीय वर्ष फंड मुहैया कराती है. इसी फंड से प्रत्येक पंचायत में ग्राम सभा के माध्यम से योजनाओं का चयन किया जाता है, जिसके बाद प्रशासनिक स्वीकृति मिलने पर योजनाओं को धरातल पर उतारा जाता है. पंचायत स्तर पर संचालित योजनाओं (Panchayat level schemes) में कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए केंद्र सरकार ने गाइडलाइन भी जारी कर रखा है. केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन में सोलर जल मीनार योजना को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के माध्यम से कराने का निर्देश जारी किया गया है. वहीं सोलर स्ट्रीट लाइट योजना के लिए सरकार ने स्पष्ट निर्देश जारी किया है कि इस योजना को जरेडा के माध्यम से ही संचालित किया जाए लेकिन, गुमला जिला के चैनपुर प्रखंड के चैनपुर पंचायत में इन दोनों योजनाओं में सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का अनुपालन नहीं कर भ्रष्टाचार का खेल खेला गया है.
मामले को लेकर प्रखंड प्रशासन गम्भीर: इस मामले में चैनपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी शिशिर कुमार सिंह ने बताया कि चैनपुर पंचायत में संचालित 13वीं और 14वें वित्त आयोग की योजनाओं के जांच के लिए टीम गठन कर दिया गया है. इस योजना में जो भी गड़बड़ी सामने आएगी और इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन पर निश्चित रूप से कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि चैनपुर प्रखंड में पहले भी भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मियों के ऊपर कार्रवाई की गई है.