गुमला: आवास एवं शहरी मंत्रालय भारत सरकार की ओर से कराए गए स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में पचास हजार से एक लाख जनसंख्या वाले नगर निकायों में गुमला नगर परिषद ने पूर्वी भारत जोन में 7वां रैंक हासिल किया है, जबकि झारखंड में यह पहले पायदान पर है. गुमला नगर परिषद की यह उपलब्धि गुमलावासियों के लिए हर्ष का विषय होते हुए भी गले से नीचे नहीं उतर रहा है.
लोगों को आवागमण करने में हो रही समस्या
गुमला शहर के बीचों बीच महावीर चौक पर पिछले छह महीने से अधिक समय से नाली का गंदा पानी सड़क पर बह रहा है. इसकी सुध न तो नगर परिषद के अधिकारी ले रहे हैं और न ही जिला प्रशासन के अधिकारी. इतना ही नहीं इस समस्या को लेकर जनप्रतिनिधि भी मौन हैं. ऐसे में गुमला चेंबर ऑफ कॉमर्स ने जनता की आम समस्याओं को लेकर विरोध जताते हुए सोमवार को सड़क पर बहते पानी में सांकेतिक रूप से नौका चलाया इसके साथ ही बंसी से मछली भी मारे.
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सड़क पर बह रहा है नाली का गंदा पानी
सड़क पर बहते पानी को लेकर गुमला चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष हिमांशु केसरी ने कहा कि पिछले कई महीनों से बीच सड़क पर गुमला के हृदय स्थली पटेल चौक और महावीर चौक पर नाली का गंदा पानी बह रहा है, जिसके कारण लोगों को आवागमण करने में काफी समस्या हो रही है, जिससे दुकानदारों के व्यवसाय पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है, यहां तक की दुकानों में भी नाली का गंदा पानी घुस जाता है.
सांकेतिक रूप से प्रशासन का विरोध
हिमांशु केसरी ने बताया कि इस समस्या को लेकर कई बार जिला प्रशासन और नगर परिषद प्रशासन से लिखित और मौखिक रूप से गुहार लगाई गई है, लेकिन समस्या जस की तस है. यही वजह है कि सोमवार को चेंबर ऑफ कॉमर्स ने सांकेतिक रूप से विरोध करते हुए सड़क पर कागज के नाव चलाएं, धन रोपनी की और बंसी के सहारे मछली मारे, ताकि जिला प्रशासन के अधिकारियों की नजर इस समस्या पर पड़े.