गुमलाः उपायुक्त के निर्देश पर डुमरी प्रखंड में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ अभियान चलाया गया. आयुष चिकित्सक डॉ राजेश शर्मा के नेतृत्व में गठित स्वास्थ्य विभाग की टीम 8 झोलाछाप चिकित्सकों और दो मेडिकल स्टोरों में छापामारी की. छापेमारी के दौरान डॉक्टरों और मेडिकल स्टोर की कागजातों की जांच की. इसमें सिर्फ दो मेडिकल स्टोर ने साक्ष्य प्रस्तुत किये. लेकिन 8 झोलाछाप डॉक्टरों के पास कोई साक्ष्य नहीं था. इन 8 फर्जी डॉक्टरों पर कार्रवाई की जायेगी.
यह भी पढ़ेंः बोकारो: अवैध रुप से संचालित नर्सिंग होम में छापेमारी, फर्जी डॉक्टर और नर्स गिरफ्तार
डॉ राजेश शर्मा ने कहा की उपायुक्त के निर्देशानुसार डुमरी प्रखंड में कार्य कर रहे फर्जी चिकित्सकों को चिन्हित करना है. इसकी सूची तैयार कर डीसी कार्यालय को उपलब्ध कराना है, ताकि इन फर्जी डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई की जा सके. उन्होंने कहा कि उपायुक्त के निर्देश के आलोक में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डुमरी की ओर से चार सदस्यीय टीम गठित कर झोलाछाप चिकित्सकों की क्लीनिकों पर छापेमारी की गई.
छापेमारी के दौरान 10 क्लीनिकों और दुकानों की कागजात जांच की गई. इसमें डुमरी के प्रदीप कुमार ढाली और लिपन विश्वास, बेलटोली के मो इरफान और मो अदुस कयूम, भागीटोली के महावीर उरांव, समीर मजूमदार, नटावल और रवि सिंह के पास कोई वैध कागजात उपलब्ध नहीं था. वहीं, डुमरी के शर्मा मेडिकल डुमरी एवं जैरागी के प्रसाद मेडिकल ने कागजात प्रस्तुत किये. डॉ राजेश शर्मा ने बताया कि फर्जी डॉक्टरों की सूची बनाकर वरीय पदाधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के लिये अनुशंसा की है.