गोड्डाः जिला मुख्यालय से 30 किमी दूर बोअरिजोर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत यह सुंदर जलाशय अपने मनोरम दृश्य व अद्भुत प्राकृतिक छटा के चलते लोगों की पहली पसंद है.
यहां लोग दूर-दूर से सैलानी खास तौर शीतकाल में पहुंचते हैं. साल के समापन व नये साल के आगमन पर यहां नजारा हर कोई अपने संस्मरण में बसा लेना चाहता है.
गोड्डा जिला मुख्यालय से 30 किमी की दूरी पर स्थित सुंदर जलाशय का निर्माण चार दशक पूर्व हुआ था. तब इस जलाशय का उद्देश्य एक बड़े इलाके में सिंचाई के साथ ही आम लोगों की प्यास बुझानी थी. इसके साथ ही नहरें भी खुदीं. सिंचाई के लिए उनके खेतों तक पानी भी पहुंचा, लेकिन कुछ वक्त के बाद नहरों की स्थिति दयनीय हो गई.
वहीं अभी भी गोड्डा शहर समेत एक बड़े इलाके को पीने के पानी को उपलब्ध कराने की एक अरब की योजना पर काम चल रहा है. इन सबके के बीच सुंदर जलाशय अपनी खुबसूरत वादियों के बीच कल-कल धारा के लिए लोगों के आकर्षण का केंद्र बनती है.
बन सकते हैं रोजगार के अवसर
यहां गोड्डा के अलावा झारखंड के विभिन्न जिलों से लोग पहुंचते हैं. साथ ही बिहार, बंगाल ओडिसा समेत कई राज्यों से भी लोग आते हैं. शीतकाल में यहा प्रवासी पक्षियों का भी आगमन होता है जिससे सुन्दर जलाशय की खूबसूरती को और भी चार चांद लगा देता है. हालांकि इन सबके बावजूद सुंदर जलाशय एक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो इसके लिये कोई जरूरी पहल नहीं हुई है.
यहां सुरक्षा के समुचित प्रबंध का पूरी तरह से अभाव है. इसके अलावा अगर पार्किंग के साथ ही खान-पान व यातायात का समुचित प्रबंध हो जाए तो यहां सैलानी साल भर आ सकते हैं.
इतना हो नहीं यह पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो सकता है और प्रशासन को राजस्व के साथ ही रोजगार के कुछ अवसर भी सृजित किये जा सकते हैं.