गोड्डाः जिले में शौचालय निर्माण में खुलेआम कमीशन खोरी हो रही है. इस खेल में सीधे-सीधे ऐसे लोग शामिल हैं जिन्हें आम लोगों ने स्थानीय स्तर पर चुनकर भेजा है. बड़ी बात यह है कि शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. इस पूरे खेल में स्थानीय जनप्रतिनिधि की संलिप्तता होती है. ये आलम जिले में कहीं भी देखा जा सकता है.
जिले के जमनी पहाड़पुर गांव में अनियमितता की स्थिति बद से बदतर है. लाभुक की मानें तो किसे दोष दें जिसे चुनाव जिताया वही प्रति शौचालय 3 से लेकर 6 हजार तक कमीशन लेता है. जमनी पहाड़पुर में ये काम वहां के वार्ड पार्षद खुद कर रहे है और तो और उनकी मेहरबानी से एक-एक व्यक्ति को कई शौचालय भी मिल जाते हैं बशर्ते चढ़ावा के रूप में कमीशन मिलता रहे.
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इस बावत कांग्रेस नेता व पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव कहते है कि ये एक उदाहण मात्र है. ये हालात किसी गांव विशेष अथवा जिला व राज्य की नहीं है, बल्कि पूरे देश की है जहां प्रधानमंत्री ने पिछले 2 अक्टूबर को पूरे देश के सामने गांधी जी का सहारा लेकर झूठ बोला कि देश ओडीएफ हो गया, जबकि आज भी 50 प्रतिशत लोग बाहर शौच को जाते हैं.
वहीं, स्वच्छता मिशन के पदाधिकारी कहते हैं कि लगातार नये शौचालय भी बन रहे हैं. शिकायतों पर कार्रवाई हो रही हैं, लेकिन इसकी जो रफ्तार है इससे तो यही लगता है यहां भी बस गोलमाल है, जहां जांच के नाम पर औपचारिकता होती है.