गोड्डा: जिला के दो राजनीतिक महारथी बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव की दुश्मनी कम होने का नाम नहीं ले रही है. पिछले हफ्ते गोड्डा में रोजगार मेले में सांसद निशिकांत दुबे ने कहा था कि अगर प्रदीप यादव कांग्रेस में गए तो कांग्रेस के दस विधायक उनके टच में है, हेमंत सरकार गिरा देंगे. जिसके बाद झारखंड की राजनीति में हलचल मच गई. प्रदीप यादव ने भी उनके बयानों पर पलटवार किया है.
निशिकांत दुबे ने प्रदीप यादव को लिए गुंडा, बदमाश जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा था कि सबसे अच्छी बात यह है कि बाबूलाल मरांडी को आत्मज्ञान हुआ कि उनके साथ कौन है, जो नीच हरकत कर सकता है, उसे छोड़कर वो बीजेपी में आ गए. निशिकांत दुबे ने प्रदीप यादव को पागल तक करार दे दिया है.
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अब प्रदीप यादव कांग्रेस में शामिल हो चुके है चुके हैं. प्रदीप यादव ने गोड्डा में आयोजित सम्मान समारोह में सांसद निशिकांत दुबे पर बड़े ही व्यंगात्मक लहजे में हमला किया. उन्होंने कहा कि कहा गया था कि मेरे कांग्रेस में जाने के बाद भूचाल आ जाएगा. उन्होंने अपने आप को बड़ा पहलवान करार देते हुए कहा कि अखाड़े में बड़े पहलवान से सब लड़ना चाहता हैं, लेकिन बड़ा पहलवान सिर्फ बराबर वालों से लड़ता है. उन्होंने सांसद का बिना नाम लिए कहा कि उन्हें दिन में तीन बार और रात में बिना तीन बार मेरा नाम लिए खाना नहीं पचता है, इसमें उनका कोई दोष नहीं है. प्रदीप यादव ने अपने भाषण के अंत में कहा कि बदनाम वही होता है जो नाम वाला होता है.