गोड्डा: जिले के पोड़ैयाहाट प्रखंड के कठोंन में सरकार के द्वारा चलाई जा रही स्वच्छ भारत अभियान की पोल खुलती नजर आ रही है. शौचालय निर्माण की स्थिति कागज पर कुछ तो धरातल पर कुछ और ही कहानी बयां करती है. जहां सरकारी आंकड़ों को देखें तो पूरे प्रखंड को ओडीएफ अर्थात खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया गया है, लेकिन वास्तविकता का इससे दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है.
इसका नजारा कठोंन में देखने को मिला जहां शौचालय के भवन का रंग रोगन तो बड़े ही करीने से किया गया है, लेकिन शायद ही शौचालय का इस्तेमाल होता है. बताया मामले में जब लोगों से इस बावत जानकारी लेनी चाही तो वहां की हकीकत कुछ और ही थी. दरअसल, शौचालय का भवन तो बना दिया गया था, लेकिन सोक पिट बने ही नहीं थे, और जो बने भी थे वह आधे अधूरे थे. जिसमें कई के तो दीवार थे, तो कई में ढक्कन ही नहीं लगे थे.
ऐसे में भला लोग इस तरह के इस तरह के शौचालय का इस्तेमाल करें तो कैसे करें. आम लोगों का कहना है कि स्थानीय स्वयं सहायता समूह द्वारा आधा अधूरा निर्माण कर महज खानापूर्ती के लिए कर दिया गया है. मामले में स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक सनाउल हक ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जाएगी तथा जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.