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ICAR AIEEA में गोड्डा की बेटी ईशा ने हासिल किया दूसरा स्थान, मिल रही बधाई

ICAR AIEEA के एंट्रेस एग्जाम में दूसरा स्थान लाकर गोड्डा की ईशा कुमारी ने राज्य के साथ जिला का भी नाम रौशन किया है. उसकी इच्छा है कि आगे चलकर वो वैज्ञानिक बने. Isha Kumari of Godda

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गोड्डा की बेटी ईशा कुमारी को किया गया सम्मानित
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 2, 2023, 11:37 AM IST

गोड्डा की ईशा कुमारी को ICRA AIEEA में मिला दूसरा स्थान

गोड्डा: जिले की बेटी ईशा कुमारी ने ICAR AIEEA पीजी की परीक्षा में पूरे देश में दूसरा स्थान लाकर झारखंड का नाम रोशन किया है. वहीं इस परीक्षा में प्रथम स्थान पर पश्चिम बंगाल के स्वयंभुवन आए हैं.

इसे भी पढ़ें: जेएसएससी का हाल: 8 साल में 4 बार आवेदन फिर भी नहीं हो पा रही परीक्षा

गोड्डा के दीनदयाल भगत की बेटी ईशा कुमारी पहले डॉक्टर बनना चाहती थी. रैंक अच्छा नहीं होने के कारण एग्रीकल्चर से ग्रेजुएशन किया. फिर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा लिए जाने वाली ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जाम में पूरे देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया. ईशा अपने घर की पहली लड़की हैं जिसने घर से बाहर रह कर पढ़ाई की है. जिससे आज उनको सफलता भी मिली है. उसने अपनी नर्सरी से लेकर बोर्ड तक कि पढ़ाई गोड्डा के बेथल मिशन स्कूल से की है. ईशा बताती हैं कि पढ़ाई के लिए शुरुआती प्रेरणा उन्हें अपने स्कूल के निदेशक सोलोमन प्राणेश सर और विज्ञान शिक्षक रितेश सर से मिली है. वो चाहती है कि आगे पीएचडी कर साइंटिस्ट बनें.

वहीं दूसरी तरफ बिटिया ईशा को सम्मानित करने का सिलसिला आरंभ हो गया. मारवाड़ी युवा मंच ने ईशा को सम्मानित किया और मंच के सचिव प्रीतम गाड़िया ने कहा कि उन्हें अपनी बिटिया के कामयाबी पर गर्व है. इस दौरान ईशा के पिता दीनदयाल भगत ने भी खुशी जाहिर की. वहीं बेथल मिशन के निदेशक सोलोमन प्राणेश ने ईशा कुमारी के बारे में कहा कि वो शुरू से ही होनहार है. उसकी प्रतिभा को निखारने के लिए संस्थान के शिक्षकों ने हर संभव प्रयास किया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विद्यालय उन्हें सम्मानित भी करेगी.

गोड्डा की ईशा कुमारी को ICRA AIEEA में मिला दूसरा स्थान

गोड्डा: जिले की बेटी ईशा कुमारी ने ICAR AIEEA पीजी की परीक्षा में पूरे देश में दूसरा स्थान लाकर झारखंड का नाम रोशन किया है. वहीं इस परीक्षा में प्रथम स्थान पर पश्चिम बंगाल के स्वयंभुवन आए हैं.

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गोड्डा के दीनदयाल भगत की बेटी ईशा कुमारी पहले डॉक्टर बनना चाहती थी. रैंक अच्छा नहीं होने के कारण एग्रीकल्चर से ग्रेजुएशन किया. फिर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा लिए जाने वाली ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जाम में पूरे देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया. ईशा अपने घर की पहली लड़की हैं जिसने घर से बाहर रह कर पढ़ाई की है. जिससे आज उनको सफलता भी मिली है. उसने अपनी नर्सरी से लेकर बोर्ड तक कि पढ़ाई गोड्डा के बेथल मिशन स्कूल से की है. ईशा बताती हैं कि पढ़ाई के लिए शुरुआती प्रेरणा उन्हें अपने स्कूल के निदेशक सोलोमन प्राणेश सर और विज्ञान शिक्षक रितेश सर से मिली है. वो चाहती है कि आगे पीएचडी कर साइंटिस्ट बनें.

वहीं दूसरी तरफ बिटिया ईशा को सम्मानित करने का सिलसिला आरंभ हो गया. मारवाड़ी युवा मंच ने ईशा को सम्मानित किया और मंच के सचिव प्रीतम गाड़िया ने कहा कि उन्हें अपनी बिटिया के कामयाबी पर गर्व है. इस दौरान ईशा के पिता दीनदयाल भगत ने भी खुशी जाहिर की. वहीं बेथल मिशन के निदेशक सोलोमन प्राणेश ने ईशा कुमारी के बारे में कहा कि वो शुरू से ही होनहार है. उसकी प्रतिभा को निखारने के लिए संस्थान के शिक्षकों ने हर संभव प्रयास किया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विद्यालय उन्हें सम्मानित भी करेगी.

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