गोड्डा: जिले की कॉलेज छात्राएं आंदोलन पर उतर आईं है. छात्राएं गोड्डा महिला कॉलेज की प्रिंसिपल को हटाने की मांग कर रही हैं. गोड्डा महिला कॉलेज में व्यापत भ्रष्टाचार को लेकर छात्राएं नाराज हैं. कॉलेज प्रबंधन पर लगातार छात्राओं से पैसे वसूली के आरोप लगते रहे हैं. इसे लेकर शुक्रवार को छात्राएं धरने पर बैठ गईं और प्रिंसिपल को हटाने की मांग कर रही है. धरने पर बैठी छात्राओं का कहना है कि जब तक मौजूदा प्रिंसिपल को नहीं हटाया जाएगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
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दरअसल, गोड्डा महिला कॉलेज में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर छात्राएं नाराज हैं. उनका कहना है कि आए दिन छात्राओं से किसी न किसी जरूरी काम के लिए पैसे वसूले जाते हैं. वहीं छात्राओं ने बताया कि गर्ल्स हॉस्टल में बाहरी लोग रहते हैं. जिसके कारण जरूरतमंद छात्राओं को या तो छात्रावास की सुविधा नहीं मिल पाती है या फिर उन्हें कॉलेज से बाहर रहना पड़ता है. इसके अलावा छात्राओं की मांग है कि अगर महिला कॉलेज में महिला प्राचार्य होगी तो उनकी समस्याओं का समाधान संभव हो सकेगा,
जूनियर प्रोफेसर को बनाया गया कॉलेज का प्रिंसिपल: छात्राओं ने कहा कि बड़ी बात यह है कि वरीयता को नजरअंदाज कर अपेक्षाकृत जूनियर प्रोफेसर को कॉलेज का प्रिंसिपल बना दिया गया है. वर्तमान में सबसे वरिष्ठ व्यक्ति सुमन लता हैं, जो प्रिंसिपल पद की हकदार हैं जबकि उनसे 20 साल जूनियर प्रोफेसर को कॉलेज का प्रिंसिपल बनाया गया है.
इसमें कॉलेज प्रबंधन समिति की भूमिका भी शामिल है. उधर, प्रिंसिपल ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. छात्राओं के उग्र आंदोलन को देखते हुए कॉलेज में पुलिस बुलानी पड़ी और काफी समझाने के बाद मामले को शांत कराया गया.