गोड्डा: जिले में पिछले एक हफ्ते से बढ़े हुए तापमान ने लोगों का जीना दुभर कर दिया है. पूरे राज्य में सर्वाधिक तापमान गोड्डा का है, जो अधिकतम 45.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. इस तपिश को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा लगातार घर में रहने और बेवजह बाहर ना निकलने की अपील की जा रही है.
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लेकिन, इस दौरान छोटे छोटे नौनिहालों के स्कूल खुल गए हैं, जिससे इस गर्मी में जहां उन्हें घरों में रहना चाहिए था, वहीं उनके नन्हें कदम गर्म सड़कों पर जलने को मजबूर हैं. हालांकि सभी स्कूलों ने गर्मी को देखते हुए समय में बदलाव कर दिया है, जहां विद्यालय का समय सुबह के 7 बजे से 1 बजे दोपहर तक है.
गर्मी के कारण बिगड़ रही बच्चों की तबीयत: मौसम का हाल ये है कि दिन निकलते ही तेज धूप हो जाती है. ऐसे में स्कूल आने जाने दोनों ही समय छोटे बच्चों को चिलचिलाती धूप का सामना करना होता है. विद्यालय में पीने के पानी की व्यवस्था के नाम पर हैंड पंप होता है. जबसे विद्यालय खुला है, तब से गोड्डा जिले का तापमान 45 डिग्री से अधिक चल रहा है. इस कारण विद्यालय में बच्चों की तबीयत बिगड़ रही है. वहीं अभिभावक भी उन्हें विद्यालय कम भेज रहे हैं.
इस पूरे मामले पर शिक्षकों का कहना है कि वे सरकारी आदेश से बंधे हैं, लेकिन कई तरह की मुश्किलें हो रही हैं. उन्होंने कहा कि अगर स्कूल बंद नहीं हो तो उसके समय में परिवर्तन पर विचार जरूर संभव है, जिसे 7 से 10:30 किया जा सकता है. जो कि पुराना मॉर्निंग स्कूल टाइम है. गौरतलब है कि इस तरह के निर्णय के लिए जिले के उपायुक्त सक्षम पदाधिकारी होते हैं, जो स्थानीय स्तर पर तापमान को स्थिति को देखते हुए निर्णय ले सकते हैं.