गोड्डा: जिले के पथरगामा प्रखंड के बेलटिकरी गांव और उसके आस-पास के गांव के पांच घरों में शादी समारोह था. बैंड बाजा पूरी तरह तैयार था और बारात का इंतजार हो रहा था, लेकिन उसी बीच पथरगामा प्रखंड के अंचलाधिकारी राजू कमल ने दल बल के साथ पहुंचकर शादी रोकने का फरमान जारी कर दिया.
गांव में जितनी भी शादियां हो रही थी उनमें सभी लड़कियां नाबालिग थी. सभी की उम्र13 से 15 साल के बीच थी. शुरुआत में मौके पर अंचलाधिकारी के पहुंचने का लोगों ने विरोध किया, लेकिन जब उन्हें कानून का हवाला दिया गया और कहा गया कि ये गैर कानूनी है तो लोग मान गए. इस मौके पर अंचलाधिकारी के साथ बाल संरक्षण पदाधिकारी रितेश कुमार भी मौजूद थे.
इतना ही नहीं सभी वर पक्ष से भी अंचलाधिकारी ने फोन से संपर्क किया. दूल्हा सेहरा बांधकर नए जीवन के सपने संजोए बस निकलने की तैयारी में था कि मोबाइल की घंटी बजी, जिसमें एक रोबदार आवाज में संदेश था कि बारात लेकर मात आना, वरना जेल जाओगे, क्योंकि दुल्हन अभी बच्ची है.
झारखंड में सबसे बाल विवाह के आंकड़े गोड्डा में
गोड्डा जिला में बाल विवाह के पूरे झारखंड में सर्वाधिक मामले आए हैं. एक आंकड़ों के मुताबिक पूरे झारखंड में बाल विवाह के कुल संख्या का 60 प्रतिशत गोड्डा जिले में है.