गोड्डा: जिले के बहुचर्चित अडाणी पावर प्लांट के लिए जिन किसानों ने जमीन दी थी, वही अब विरोध में उतर आए हैं. किसानों का कहना है कि अडाणी पावर प्लांट के प्रबंधक अपने किए गए वादों से मुकर रहे हैं. किसानों का आरोप है कि अडाणी कंपनी ने उन्हें सुनहरे सपने दिखाकर ठग लिया है.
दरअसल, गोड्डा के मोतिया में अडाणी पावर प्लांट का निर्माण हो रहा है, जहां 1600 मेगावाट बिजली का उत्पादन होना है. ये बिजली बांग्लादेश को आपूर्ति की जाएगी. इसे लेकर पहले भी जबर्दस्त विरोध की स्थिति बनी थी. प्लांट के विरोध को लेकर जेवीएम विधायक प्रदीप यादव को करीब 5 महीने जेल में बिताने पड़े. हालांकि उस दौरान प्लांट समर्थक किसानों का कहना था कि हम अपनी जमीन देकर उस प्लांट को स्थापित कराएंगे.
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फिलहाल अब वही किसान प्लांट का विरोध कर रहे हैं. किसानों का कहना कि आरएनआर पॉलिसी के तहत जमीन मालिक के साथ ही उन आश्रित बटाईदार और मजदूर जो 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के थे उनको 5 लाख रुपये मुआवजा देना तय हुआ. आज तक ये रकम अडाणी प्रबंधन की ओर से नहीं दी गई है. बच्चों के लिए सीबीएसई स्कूल, हॉस्पिटल, तकनीकी संस्थान की बात कही गई. इनमें से कोई भी वादे प्रबंधन ने पूरे नहीं किए हैं.