गोड्डा: जिले में कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने आम लोगों को हो रही बालू की किल्लत के मद्देनजर सीएम हेमंत सोरेन से मांग की है. उन्होंने कहा है कि लोग प्रशासन और खनन विभाग के मनमाने रवैये के शिकार हो रहे हैं. इससे लोगों को निजात दिलाने की जरूरत है.
कानून का हो रहा दुरुपयोग
विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि उन्होंने अनुभव किया है कि पूरे संथाल परगना समेत पूरे राज्य में जहां एक ओर बालू की तस्करी हो रही है. वहीं, आम आदमी को छोटे-छोटे कार्यों के लिए दिक्कतें हो रही हैं. उन्होंने पिछली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने राज्य के बाहर की कंपनियों को बड़े पैमाने पर बालू घाटों की नीलामी की और यही से तस्करी का खेल शुरू हुआ, जबकि राज्य सरकार बालू को लेकर 2017 में बने कानून में स्पष्ट उल्लेख है कि बालू घाटों का सर्वे कर दो कैटोगरी में बाटा जाए, जिसमें पहली कैटोगरी में वैसे घाट हैं. जिसका इस्तेमाल स्थानीय लोग छोटे-छोटे कार्यों के लिए कर सके और इसका स्वामित्व स्थानीय पंचायत के पास हो.
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उन्होंने कहा कि घाटों की नीलामी की समय सीमा समाप्त होने के बाद भी कभी प्रशासन तो कभी पुलिस तो कभी खनन विभाग दखलंदाजी करती है और इसमें आम आदमी परेशान होता है. प्रदीप यादव ने कहा कि वे इसे लेकर पहले भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात कर चुके हैं और वे इन परेशानियों को समझते है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तो यहां तक चाहते कि राज्य का बालू बाहर अन्य राज्यों में जाये ही नहीं तो और अच्छी बात होगी.